संघ में इंजीनियर, डाक्टर, शिक्षकों के साथ ही रिटायर्ड पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की फौज तैयार हो रही है। साल भर में एक लाख रिटायर्ड लोगों को संघ से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। ब्रज प्रांत से इसकी शुरूआत हो गई है। रिटायर्ड लोगों को संघ की शाखाओं में पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रचारकों को दी गई है। संघ ने रिटायर्ड अधिकारी और कर्मचारियों को जोड़ना शुरू कर दिया है। इसकी शुरूआत शाखा के माध्यम से की जा रही है। मार्निंग वाक पर निकलने वाले लोगों से संपर्क करके उन्हें योग और हल्की फुल्की एक्सरसाइज के लिए शाखा में चलने को कहा जा रहा है। इसकी जिम्मेदारी उठा रहे हैं संघ के स्वयंसेवक। पिछले तीन महीने में बीस हजार से ज्यादा रिटायर्ड लोगों को जोड़ा जा चुका है। इनमें रिटायर्ड इंजीनियर, डॉक्टर, शिक्षक, प्रोफेसर, पुलिस वाले, प्रशासनिक अफसर, सेना के जवान और अधिवक्ता शामिल हैं।
संघ के हर संगठन से रिटायर लोगों को जोड़ा जा रहा है। प्रदेश में ही एक साल के भीतर एक लाख सेवानिवृत्त लोगों को जोड़ने का फैसला किया गया है। संघ से जोड़ने के बाद इन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। संघ की नीतियों और उद्देश्य के बारे में बताया जा रहा है। संघ के प्रांतीय शारीरिक प्रमुख प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि हर मोहल्ले में अब कमेटी का गठन किया जा रहा है। 2025 में संघ पूरे 100 साल का हो जाएगा।
वर्ष 2025 में संघ अपना स्थापना दिवस मनाएगा। तब तक लक्ष्य रखा गया है कि हर घर में एक स्वयंसेवक होगा। इसके लिए प्रचारकों को लगाया गया है। शाखाओं की संख्या भी पांच गुना बढ़ाने का फैसला किया गया है। तब तक हर गांव और मोहल्ले में शाखा का आयोजन होने लगेगा। संघ से जुड़े सभी संगठनों में सदस्यों की संख्या तीन गुना तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। सेवा भारती, एबीवीपी, विहिप, किसान संघ, मजदूर संघ, संस्कार भारती और विद्या भारती समेत जितने भी संगठन संघ से जुड़े हुए हैं उन सभी में सदस्यों की संख्या बढ़ाई जाएगी। जगह-जगह कार्यक्रम भी किए जाएंगे।