साल 2019 का आखिरी चंद्रग्रहण आज (16 जुलाई) को लग रहा है. इस बार गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण का संयोग है, ये संयोग 149 साल के बाद बन रहा है. गुरु पूर्णिमा के अवसर पर चंद्रग्रहण का असर देखने को मिलेगा, जो गुरु पूजन में बाधक रहेगा. इसलिए इस चंद्रग्रहण को दुर्लभ और ऐतिहासिक कहा जा रहा है.
कब से शुरू होगा सूतक
चंद्र ग्रहण का टाइम क्या होगा, सूतक कब लगेगा इस बारे में हम आपको बताते हैं. शास्त्रों के मुताबिक, चंद्रग्रहण का सूतक नौ घंटे पहले लग जाता है. इसलिए आज शाम 4 बजकर 25 मिनट से सूतक शुरू होगा, जो 17 जुलाई सुबह 4:40 मिनट पर खत्म होगा.
क्या होगी ग्रहण की अवधि
चंद्र ग्रहण आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा पर 16 जुलाई को चंदग्रहण 1:32 मिनट पर शुरु होकर सुबह 4:30 तक रहेगा। ग्रहण की अवधि दो घंटे अठावन मिनट रहेगी.
दोपहर तीन बजे होगा गंगा आरती
चंद्र ग्रहण के सूतक के कारण रोजाना शाम को होने वाली गंगा आरती आज दोपहर बाद तीन बजे होगी. उसके बाद 4 बजे हरिद्वार के सभी मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. ग्रहण समाप्त होने के बाद कल सुबह मन्दिरों के कपाट खुलेंगे.
उज्जैन में महाकाल मंदिर में भस्म आरती सुबह 4 बजे की बजाय 5 बजे होगी। बद्रीनाथ धाम के कपाट मंगलवार को चंद्रग्रहण के सूतककाल के चलते शाम 4 बजकर 25 मिनट पर बंद हो जाएंगे. मंगलवार रात को होने वाली विशेष पूजा सहित भगवान् बद्रीनाथ की शयन आरती दोपहर में ही 3 बजे से ही शुरू हो जाएंगी और 4 बजकर 25 मिनट पर भगवान् विष्णु के सर्वश्रेठ धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे.17 जुलाई को सुबह 4 बजकर 40 मिनट पर कपाट पुनः खोले जाएंगे, लेकिन सुबह के समय शुरू होने वाला भगवान् का महाअभिषेक 17 जुलाई को सुबह 6 बजे से शुरू होगा.
वहीं, केदारनाथ धाम के कपाट चंद्रग्रहण के कारण आज शाम 4 बजकर 25 मिनट पर कपाट बंद कर दिए जाएंगे. फिर दूसरे दिन अपने नित नियम के अनुसार कपाट खोले जाएंगे. गंगोत्री धाम और यमुनोत्री धाम के कपाट चंद्र ग्रहण के सूतक के चलते मंगलवार शाम 4 बजकर 25 मिनट से 17 जुलाई सुबह 5 बजकर 30 मिनट तक बंद रहेंगे. 17 जुलाई सुबह 5:45 बजे गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट पूजा-अर्चना के बाद श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे.