अहमदाबाद। केंद्रीय वाणिज्य एवँ उद्योग मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने इंडियन टेक्सटाइल ग्लोबल समिट- 2018 का उद्घाटन करते हुए कहा कि किसान से लेकर समाज का प्रत्येक वर्ग यदि साथ मिलकर चलेगा तो प्रधानमंत्री के नया भारत के स्वप्न को साकार करना सरल होगा। उन्होंने कहा कि कपड़ा मनुष्य के लिए हमेशा ही शीर्ष आवश्यकताओं में रहेगा। ऐसे में, इस क्षेत्र में विकास की कई गुनी संभावनाएं हैं। गांधी की खादी को विकसित हो रही आधुनिक दुनिया के अनरूप विकसित किया जाए तो इस क्षेत्र में काफी कुछ किया जा सकता है।
स अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा कि भारत सरकार के कृषि विभाग ने किसानों के उत्पादन खर्च में कमी लाने, गुणवत्तायुक्त बीज और खाद मुहैया कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की है। खेती को आय के साथ जोड़ने का विचार पहली बार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने रखा है और किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में सघन प्रयास शुरू किए हैं, जिनके परिणाम मिल रहे हैं।
गुजरात के मुख्य मंत्री श्री विजय रूपाणी ने कहा कि राज्य में तैयार परिधान नीति ऐसे उद्योग को गुजरात में नई दिशा मिली है। उन्होंने इस समिट को समयानुकूल परिवर्तन की धारा के अनुरूप बताते हुए कहा कि गुजरात में कॉटन वस्त्र उद्योग था, लेकिन विविंग और निटिंग के लिए अन्य राज्यों में जाना पड़ता था, अब आवश्यक है कि यह परिस्थिति दूर हो। हमें ऐसी स्थिति का निर्माण करना है जिसमें कपास की खेती करने वाले किसानों को अपनी पैदावार के निर्यात की राह न देखनी पड़े बल्कि इसकी खपत राज्य में ही हो जाए।
तीन दिवसीय समिट में करीब दस हजार व्यापारी, उत्पादक और संबंधित उद्यमी शिरकत कर रहे हैं। टेक्सटाइल उद्योग से संबंधित 12 से अधिक तकनीकी सत्रों का आयोजन इस दौरान किया जायेगा। इसमें 145 से अधिक प्रदर्शनी स्टॉल लगाये गये हैं।
फार्म टू फैशन विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में थाइलैंड तथा ब्रिटेन के भारत स्थित उच्चायुक्त भी उपस्थित थे। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री परशोत्तम रूपाला और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी उपस्थित थे। इसका आयोजन गुजरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज और मस्कती कापड़ मार्केट महाजन ने किया है।