कल का हमारा दिन हॉलीवुड स्थित यूनिवर्सल स्टूडियो के नाम रहा . यह स्टूडियो पहुँचे लॉस एंजेल्स की सैन फ़र्नांडो वैली में लगभग हज़ार एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला हुआ है . सच बोलूँ तो पूरा दिन अनुभव से भरा रहा क्योंकि यहाँ सुबह सवेरे पहुँच गये रात नौ बजे तक भी यहाँ से वापस लौटने की इच्छा नहीं की. यहाँ शूटिंग के लिएइनडोर स्टेज , तरह तरह की शूटिंग लोकेशन, साथ ही यूनिवर्सल स्टूडियो द्वारा बनाई हिट फ़िल्मों पर आधारित राइड, शो भी हैं जिसके कारण यहाँ घूमते घूमते हुए समय कैसे दौड़ जाता है पता ही नहीं चलता है.
यहाँ 1912 में जर्मन मूल के लेमली ने यूनिवर्सल पिक्चर्स की स्थापना की थी जिसमें मार्क डिंटेनफ़ोस, चार्ल्स ओ बेयमन, ऐडम केसल , पेट पावर्स , विलियम स्वानसन, डेविड हॉर्सले, रॉबर्ट कोचराने भी जुड़ गए. फ़िल्म निर्माण के साथ ही यूनिवर्सल स्टूडियो ने अपने दरवाज़े फ़िल्मों के बारे में जानने और समझने वाले प्रशंसकों के लिए अपने शुरुआती दिनों से खोल दिये थे , तब मूक फ़िल्मों का जमाना था दर्शक आते थे , शूटिंग में अपने पसंदीदा सितारों को देख कर तालियाँ बजाते , हो हल्ला करते लेकिन इससे शूटिंग पर असर नहीं पड़ता था . बाद में जब सवाक फ़िल्मों का निर्माण शुरू हुआ तो दर्शकों के कारण शूटिंग में व्यवधान आने लगा और सेट पर दर्शक आने पर रोक लगानी पड़ी. 1964 में सेट की साउंड प्रूफ क्वालिटी में सुधार हुआ उसके बाद फिर से स्टूडियो टूर शुरू हो गए.
1912 से लगातार सक्रिय यूनिवर्सल स्टूडियो ने एक के बाद एक व्यावसायिक रूप से सफल फ़िल्मों का निर्माण किया है जिसमें सबसे मोटी कमाई Jaws (1975), E.T. the Extra-Terrestrial (1982), Jurassic Park (1993), Despicable Me 2 (2013), Furious 7 (2015) और Jurassic World (2015) ने की और बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड बनाए है. वहीं समय समय पर ग़ैर व्यावसायिक प्रयोग भी किए जिसमें चर्चित अमेरिकी उपन्यास पर आधारित To Kill a Mockingbird , विक्टर हूगो के फ़्रेंच उपन्यास Les Miserables और मशहूर ग्रुप बोनी एम के हिट गीतों पर आधारित Mama Mia शामिल हैं .
स्टूडियो ने समय के साथ अपने आप को बदल कर The Office, The Act, Law & Order , Heroes, Eureka, Columbo जैसी टीवी सीरीज बनाई हैं , स्टूडियो में बाहर के प्रोडक्शन हाउस भी फ़िल्में शूट करते रहते हैं , ऑस्कर विजेता ओपनहाइमर पिछले दिनों यहीं शूट की गई थी . इस टूर के बाद हमारी आस्था भारतीय दर्शन में माया की संकल्पना पर और भी अधिक बढ़ गई जब पाया कि फ़िल्म में जो भी दिखाया जाता है वह केवल माया जाल है मसलन यूरोप का किसी भी शहर की आप गली या सड़क आप हॉलीवुड फ़िल्म में देखते हैं जो ज़्यादा संभावना यही है कि आप यूनिवर्सल स्टूडियो में लकड़ी और कार्डबोर्ड पर बनाई संरचना देख रहे हैं , हमने यहाँ पाया न्यूयॉर्क , शिकागो , यूरोप के किसी भी शहर , मेक्सिको के क़स्बे की अनुकृति यहाँ मौजूद हैं , दुर्घटनाग्रस्त जहाज़ का मलवा भी फैला हुआ है बस कहानी के हिसाब से फेर- बदल कर लिया जाता है .
आज हम ने जो स्टूडियो टूर लिया उसने हमें शूटिंग की कई स्टेज पर ले जा कर यूनिवर्सल स्टूडियो में फ़िल्मांकन की प्रक्रिया को समझने में सहायता की . सबसे पहले हम स्टेज 25 पर पहुँचे जहां आजकल एनबीसी की श्रृंखला Lopez vs Lopez की शूटिंग चल रही है , इस स्टेज पर आज कल लाइव ऑडियंस की उपस्थिति में शो भी रिकॉर्ड किए जा रहे हैं . लाइव ऑडियंस की मौजूदगी में शूट करना चुनौतीपूर्ण रहता है क्योंकि उसमें नाटक की ही तरह से डायलॉग को दोहराने का या सुधारने का मौक़ा नहीं मिलता है . स्टूडियो के शूटिंग लॉट में एक और रोचक स्थान प्रॉपर्टी स्टोर का है .ॉ
मैं मुंबई से हूँ और फ़िल्म सिटी के बहुत क़रीब में रहता हूँ . हमारे इस इलाक़े में बहुत सारे बॉलीवुड प्रॉपर्टी सप्लायर्स हैं लेकिन इन सभी की प्रॉपर्टी मिलाकर भी एक अकेली यूनिवर्सल स्टूडियो के प्रॉपर्टी से बहुत कम निकलेगी , किसी फ़िल्म की संकल्पना जिस क़िस्म की प्रॉपर्टी की ज़रूरत रहती है वह सभी कुछ यहाँ मिल जाता है .
यूनिवर्सल स्टूडियो में केवल अपनी इनन-हाउस फ़िल्में और शो ही नहीं बनते बल्कि अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को दूसरे निर्माताओं को भी किराए पर भी देते हैं . 2023 की ऑस्कर विजेता ओपनहाइमर की काफ़ी शूटिंग यूनिवर्सल स्टूडियो में ही हुई है.
स्टूडियो टूर के रास्ते में कई वर्चुअल अनुभव भी करने को मिले जिनमें विशेष रूप से उल्लेखनीय पहला तो Fast And Furious फ़िल्म की ज़बरदस्त कार चेज़ था जिसमें हमें कई बार तो ऐसा लगा कि तेज़ी से एक दूसरे का पीछा करती कारें हमारी टूर वैन को भी चपेट में ले लेंगी . अगला वर्चुअल अनुभव डायनासोर की दुनिया का था , हमें ऐसा लगा कि हमारी टूर वैन एक ऐसे जंगल में पहुँच गई हो जिसमें ख़ूँख़ार क़िस्म के विशाल डायनासोर न सिर्फ़ आपस में लड़ रहे हैं, बल्कि उनके कारण किसी भी क्षण अपनी टूर वैन का अस्तित्व ही ख़तरे में आ जाएगा.
हमारी टूर वैन के रास्ते में टीवी श्रृंखला Desperate Housewives में प्रयुक्त दो तल के वर्चुअल रियलिटी सेट पर तूफ़ान , बाढ़ और अंधड़ के बीच गुज़रना भी काफ़ी रोचक रहा . स्टूडियो टूर के रास्ते में अल्फ़्रेड हिचहॉक की छठे दशक में बनी साइको 1960 में अल्फ़्रेड हिचकॉक द्वारा निर्देशित हॉरर फ़िल्म थी जो अपनी श्रेणी में एक मील का पत्थर बनी . इस फ़िल्म की शूटिंग यूनिवर्सल स्टूडियो में हुई थी , फ़िल्म में शूटिंग के दौरान इस्तेमाल किया बेट्स मोटल का सेट एक पहाड़ी पर बनाया गया था जो अभी तक संरक्षित रखा गया है .
अगर किसी निर्माता को समुद्र तट या पूल का शूटिंग करना है तो उसके लिए स्टूडियो के बाहर जाने की ज़रूरत नहीं है , इसका भी यूनिवर्सल में एक विशाल ओपन सेट बना हुआ है जिसे देखने का हमें अवसर मिला यह कहानी की माँग के अनुसार व्हेल वॉच, समुद्री तट , होटल के पूल में बदल लिया जाता है.
इसके बाद बारी थी दर्शकों के मनोरंजन के लिए कई राइड , शो को अनुभव करने की , ये सभी ऐसे हैं जो दर्शकों की उत्सुकता को लगातार बांधे रखते हैं . लेकिन सारी राइड एक दिन में करना संभव नहीं है क्योंकि हर राइड के सामने लंबी क़तार रहती है . हर एक की अपनी पसंद है लेकिन मुझे हैरी पॉटर फ़िल्म शृंखला का हॉग्वर्ट्स कैसल विशेष रूप से अच्छा लगा , कैसल और उससे सटा होग्समेड गाँव का बाज़ार इतना वास्तविक बनाने की कोशिश की गई है कि लगता है एक जादुई दुनिया जीवंत हो गई है.
यहाँ जादुई इरा को याद दिलाता रेस्टोरेंट थ्री ब्रूमस्टिक्स है जहां का खाना पीना भी जादुई तड़के वाला है और इसकी येल्प रेटिंग भी काफ़ी अच्छी थी , होग्समेड गाँव की सड़क पर बटर बीयर भी मिलती है जिसमें बटर है फ़िज भी है पर बीयर नहीं है . यहाँ का अपना पोस्ट ऑफिस, रेलवे स्टेशन तो हैं ही साथ ही बहुत सारे स्टोर्स भी हैं जो जादुई झाड़ू से ले कर जादुई छड़ी तक बेचते हैं .
उल्लेखनीय सिम्यूलेशन/ राइड ट्रांसफार्मर , ममी, हैरी पॉटर थीम पर हैं जो रोमांच , भय और विस्मय एक साथ जगाते हैं . जुरासिक वर्ल्ड राइड में बोट है जिसमें पच्चीस लोग बैठ सकते हैं , यह बोट टी रेक्स और इंडोमिनस रेक्स की उस दुनिया के बीच से ले कर जाती है जहां डायनासोर अपने अस्तित्व के लिए युद्ध-रत रहते हैं .
शो बहुत सारे हैं हम भी नहीं कर पाए लेकिन सबसे ज्यादा जिसमें आनंद मिला वो निस्संदेह वाटर वर्ल्ड रहा , यह सच में डेयर डेविल शो है . आपको केविन कोस्टनर की 1995 की फ़िल्म WaterWorld याद होगी जो बेशक बॉक्स ऑफिस पर हिट नहीं हो पाई थी लेकिन इसके दिल दहला देने वाले स्टंट थे जो लोगों के ज़ेहन में आज भी अंकित हैं . यह शो उस फ़िल्म की थीम पर आधारित है जो सोलह मिनट का है , लेकिन इसमें इतना एक्शन है कि पूरे समय पलक झपकाने का अवसर नहीं मिलता एक्शन सिर्फ़ आपके सामने ही नहीं है दाएँ बाएँ , ऊपर नीचे सब तरफ़ एक साथ दिखता है .
इसमें सन् 2500 की परिकल्पना की गई है , जब ग्लोबल वार्मिंग के कारण समुद्र का जल स्तर बढ़ने से महाद्वीपों के अधिकांश हिस्से पर जलप्लावन होने से लोगों के सामने जीने का संकट पैदा होगा और धरती के सूखे टुकड़ों के लिए संघर्ष होगा विकल्प के रूप में लोगों को तैरते हुए जीवन यापन करना होगा. जो लोग इस विपरीत परिस्थिति में सर्वाइव कर पायेंगे उन्हें एटॉल्स नाम दिया गया है , धीरे धीरे लोग जल में जीवन जीने के लिए जलचरों जैसे गलफड़े और झिल्लीदार पैर विकसित हो जाएँगे . शो में एक चरित्र मरिनर का है जो हेलेन और इंबोला से मित्रता कर लेता है , ये एक शत्रुता पूर्ण माहौल वाले टापू से निकलने की फ़िराक़ में लगे हुए हैं , इनकी मुठभेड़ स्मोकर्स से होती है जो यह यक़ीन किए बैठे हैं कि इंबोला के पास एक पौराणिक ड्रायलैंड की चाबी है . इसमें जल , थल और हवा में हैरत अंगेज़ स्टंट देखने को मिले चार सौ फिट की ऊँचाई पर लड़ाई , वहाँ से लड़ते लड़ते पानी में गिर पड़ना, पानी में आग , सचमुच के सी प्लेन का आग की लपटों से घिरे हुए अचानक आना और आ के पानी में गिर पड़ना ये सारे सीन ख़तरनाक और दिल दहला देने वाले लगे . पूरा एक्शन एरीना में बैठे हम दर्शकों के बहुत क़रीब तक रहा, पानी की बौछारें, आग के शोले की तपिश लगातार महसूस होती रही . शो में साउंडट्रेक फ़िल्म का ही इस्तेमाल किया गया है.
यूनिवर्सल में एक खूबी यह भी है कि यहाँ समय समय पर पुराने शो की जगह नए शो लेते गये हैं अपने साठ साल के लंबे थीम पार्क इतिहास में कैसल ड्रैकुला , ईटी एडवेंचर, फियर फैक्टर लाइव, किंग काँग लाइव जैसे कितने ही सफल शो बंद करके नये नये शो जोड़े गये हैं , इस समय हमने देखा फ़ास्ट एंड फ्यूरियस थीम पर आधारित एक ऐसी रोमांचक राइड के निर्माण का काम चल रहा है जो 2026 में शुरू होगी .
यूनिवर्सल स्टूडियो में राइड्स , स्टूडियो विजिट के साथ ही खाने पीने की विविधता और गुणवत्ता पर भी बहुत ज़ोर है , प्रवेश द्वार के समीप ही फ़्रेंच स्ट्रीट है जिसमें बेहतरीन फ़्रेंच भोजन मिलता है . मेक्सिकन, अमेरिकन डोनट , बर्गर तो हैं ही पिछले साल टॉडस्टूल रेस्टोरेंट शुरू हुआ है , यह अपने आप में अनूठा अनुभव है , लेकिन इसमें प्रवेश के लिए अग्रिम आरक्षण करना पड़ता है. हर रेस्टोरेंट में वेगन और शाकाहारी विकल्प उपलब्ध हैं. यही नहीं वीआईपी पासधारियों के लिए प्राइवेट डाइनिंग अनुभव भी है.
यूनिवर्सल थीम पार्क अब कई और जगह भी खुल गये हैं इनकी संख्या अब तीन हो चुकी है , हॉलीवुड के अलावा फ़्लोरिडा और बीजिंग में है और चौथा ओरलैंडो में निर्माणाधीन है लेकिन जो आनंद हॉलीवुड के यूनिवर्सल का है वो अपने आप में अलग ही है क्योंकि यही वो जगह है जहां से यूनिवर्सल की फ़िल्मी यात्रा की शुरुआत हुई थी और वैसे भी यह सबसे लंबे समय से सक्रिय स्टूडियो है जो चार बार भीषण आग , कई गंभीर वित्तीय संकटों , दूसरे बड़े स्टूडियोज़ से प्रतियोगिता को झेलते हुए समय के साथ अपने आप को रि-इंवेंट करने में लगा हुआ है .
यूनिवर्सल स्टूडियो देखने के बाद दिल के किसी कोने में इच्छा जगती है कि फ़िल्मों की संख्या की दृष्टि से नंबर वन मुंबई का हिन्दी फ़िल्म उद्योग काश अपनी समृद्ध परंपरा पर आधारित ऐसा कोई हिन्दी फ़िल्म प्रेमियों के लिए कोई रोचक स्थान विकसित कर सके जब कि गोरेगाँव के फ़िल्म सिटी में पर्याप्त जगह है , यही नहीं इसका एक कार्यपालक मंत्री का दर्जा प्राप्त मुखिया भी है , अगर कोई ऐसी पहल की जाती है तो एक एक राइड या फिर स्टेज के लिए प्रायोजक भी मिल जाएँगे.
(लेखक स्टेट बैंक से सेवानिवृत्त हुए हैं और इन दिनों अमरीका की यात्रा पर हैं)