जब मैं दूरदर्शन पर न्यूज़ देखता हूँ तो मुझे ये लगता है कि…
- मेरे देश में शांति और सद्भाव है
- देश धीरे धीरे विकास भी कर रहा है
- सभी कुछ सामान्य सा ही है।
फिर जब में प्राइवेट न्यूज़ चैनल खासकर NDTV, AAJTAK & ABP NEWS देखता हूँ तो मुझे पता लगता है की पूरे देश में साप्रदायिक दंगे चल रहे है। हिन्दू मुस्लिम एक दूसरे को मार काट रहे है। दलितों पर भारी अत्याचार हो रहा है। करीब करीब सारे दलितों की हत्या हो चुकी है। और सवर्ण वर्ग दलितों के घरों को लूट रहे है। हिन्दुस्तान में गृह युद्ध छिड़ गया हो.
इससे घबरा कर जब में बचने के लिए घर से बहार निकलता हूँ तो पाता हूँ की बाज़ार में तो सामान्य सी हलचल है। कहीं मुस्लिम वर्ग पथ संचलन पर पुष्प वर्षा कर रहा है तो कहीं गणपति के पांडाल में नमाज़ पढ़ी जा रही है। कही मंदिर के अंदर मुस्लिम महिला की डिलीवरी हिन्दू महिलाएं करवा रही है।
पता लगा की सारी साम्प्रदायिकता और अशांति इन तीन न्यूज़ चैनलों के स्टूडियो में और न्यूज़ एंकर के दिमाग में ही थी, जो की ब्रीफ़केस में भरे हुए कागज़ की शक्ल में स्टूडियो में पहुंचाई जा रही थी।