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बच्चों को होमवर्क से मुक्ति देने के लिए बनाई वेब साईट

इंटरनेशनल न्यूयार्क टाइम्स’ और ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’जैसे बड़े पब्लिकेशनों के साथ काम कर चुके वरिष्ठ मीडिया प्रोफेशनल बालाजी वी ने एक एजुकेशनल वेबसाइट (www.grade1to6.com) लॉन्च की है।

इस बारे में बालाजी वी ने कहा, ‘नेल्सन मं‍डेला की एक कहावत है कि शिक्षा ही वह मजबूत हथियार है, जिसके द्वारा इस दुनिया को बदला जा सकता है और आजकल के युग में डिजिटल की शक्ति को भी नकारा नहीं जा सकता है। यही कारण है कि इस वेबसाइट को लॉन्च किया गया है।’

उन्होंने बताया कि यह वेबसाइट पहली कक्षा से छठवीं तक के विद्यार्थियों के साथ-साथ अभिभावकों और शिक्षकों के लिए भी काफी मददगार होगी। इसमें शामिल हजारों वर्कशीट को विषय विशेषज्ञों की मदद से तैयार किया गया है, जिनके द्वारा विभिन्‍न विषयों के बारे में गहराई से बताया जाएगा।

बालाजी वी ने बताया कि वार्षिक रूप से मामूली शुल्क का भुगतान कर अभिभावक, शिक्षक अ‍थवा विद्यार्थी इस वेबसाइट का इस्‍तेमाल कर सकेंगे। यदि सरकार इस मुहिम से जुड़ने की इच्छा जताती है तो सभी सरकारी स्कूलों में इस वेबसाइट का कंटेंट मुफ्त में हासिल किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को यह वेबसाइट बहुत पसंद आएगी और ऐसे बच्‍चों के लिए यह काफी उपयोगी होगी जो ग्‍लोबल कंटेंट को हासिल करना चाहते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि शिक्षक और अभिभावक इस अवसर पर जरूर लाभ उठाएंगे।

एजूकेशनल वेबसाइट शुरू करने के बारे में बालाजी वी ने बताया, ‘मैं करीब 18 महीने इंडिया से बाहर था और जब वहां से लौटा तो मैंने नोटिस किया कि पांचवीं कक्षा में पढ़ने वाली मेरी बेटी को गणित विषय को समझने में कुछ दिक्‍कत हो रही थी। मैंने तुरंत कुछ सवाल तैयार किए और उसे प्रैक्टिस करने को दिए लेकिन कुछ दिनों बाद मेरे पास उसे घर पर प्रैक्टिस कराने के लिए कोई विकल्‍प नहीं था। इसके बाद मैंने ‘गूगल’ पर सर्च किया तो मुझे पश्चिमी देशों की कुछ वर्कशीट दिखीं जिनमें मैंने पाया कि कैसे वे इनका नियमित अभ्‍यास कर रहे हैं जबकि हमारे देश में ऐसा कुछ नहीं है, जिसका खामियाजा हमारे यहां के बच्चों को उठाना पड़ रहा है। इसके बाद मैंने करीब एक महीने तक इस पर काफी रिसर्च की। हालांकि कुछ स्‍कूल वर्कशीट पर काम कर रहे थे लेकिन वे भी व्‍यवस्थित तरीके से इसका लाभ नहीं उठा पा रहे थे। इसके बाद ही मैंने यह एजूकेशनल वेबसाइट शुरू की। मेरी योजना इस वेबसाइट को विश्‍व स्‍तर का बनाने की है, जिसमें शुल्‍क भी कम हो।’

बालाजी वी ने बताया, ‘अभिभावक और शिक्षक हमारी वर्कशीट को एक्‍सेस (access) कर सकते हैं, उनका प्रिंटआउट ले सकते हैं और विद्यार्थियों को घर पर प्रैक्टिस करने के लिए दे सकते हैं। यही नहीं प्राइवेट ट्यूटर भी इसका इस्‍तेमाल कर सकते हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में इन वर्कशीट को मोबाइल पर देखा जा सकता है और बच्‍चों की कॉपी पर लिखा जा सकता है, ताकि वे आसानी से इनका इस्‍तेमाल कर सकें।’ इस प्रोजेक्ट के लिए ‘अक्षयपात्र ‘ भी सहयोग लिया गया है, जिसके तहत देश के सरकारी स्‍कूलों में बच्‍चों के लिए (मध्‍यान्‍ह् भोजना) मिड-डे-मील योजना चलाई जाती है।

साभार- samachar4media.com/ से