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विशेष पार्सल ट्रेनों से पश्चिम रेल्वे ने तोड़ा कमाई का रेकॉर्ड

मुंबई। यह पश्चिम रेलवे के लिए वास्तव में एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है, जब राष्ट्रव्यापी लाॅकडाउन की कठिन चुनौती के बावजूद, पश्चिम रेलवे ने एक बार फिर सभी ज़ोनल रेलों के बीच, अपनी पार्सल विशेष ट्रेनों से सर्वाधिक कमाई हासिल करके अपनी उत्कृष्टता साबित की है। हमेशा की तरह अपने सर्वोत्तम सम्भव प्रयासों के साथ, पश्चिम रेलवे अपने दूध स्पेशल रेकों और विशेष पार्सल ट्रेनों के माध्यम से पूरे देश में दूध, दुग्ध उत्पादों, खाद्यान्नों, दवाइयों, चिकित्सा उपकरणों सहित विभिन्न अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन को सुनिश्चित करके देश की निरंतर सेवा करने में सक्षम रही है। 8 अप्रैल से 17 अप्रैल, 2020 तक 10 दिनों की अवधि के दौरान भारतीय रेलवे पर चलीं पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से 3.8 करोड़ रुपये की कुल कमाई हुई, जिसमें पश्चिम रेलवे ने 1.59 करोड़ रुपये का महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है, जो सभी ज़ोनल रेलों में सबसे अधिक है, और कुल कमाई का 42 प्रतिशत है।

पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविन्द्र भाकर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, विशेष पार्सल ट्रेनों को चलाने में पश्चिम रेलवे के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम ने बड़ी और अहम भूमिका निभाई है। ट्रेन के परिचालन से लेकर लोडिंग / अनलोडिंग और मजदूरों के लिए व्यवस्था करने तक, सभी डिवीजन अपनी पीठ पर एक बड़ी शाबाशी के पात्र हैं। विशेषकर अहमदाबाद डिवीजन द्वारा अपने दूध और दूध उत्पादों के परिवहन के ज़रिए इस उपलब्धि में खास योगदान दिया गया है। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल ने पश्चिम रेलवे की इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए सभी सम्बंधित विभागों एवं मंडलों के प्रमुखों और उनकी टीमों की सराहना करते हुए उनका हार्दिक अभिनन्दन किया है। श्री भाकर ने बताया कि पश्चिम रेलवे ने आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के बारे में किसी भी जानकारी के लिए पश्चिम रेलवे के वाणिज्यिक स्टाफ द्वारा चौबीसों घंटे संचालित एक हेल्पलाइन नम्बर 9004490982 उपलब्ध कराया है। इसी प्रकार एक ई-मेल आईडी [email protected] भी बनाई गई है, जिस पर ग्राहक पश्चिम रेलवे की सभी पार्सल ट्रेनों की जानकारी पा सकते हैं। 19 अप्रैल, 2020 को, देवास – जम्मू तवी और ओखा – त्रिवेंद्रम के बीच चलने के लिए, चार सेवाओं वाली दो और पार्सल विशेष ट्रेनों की घोषणा पश्चिम रेलवे द्वारा की गई है। इन ट्रेनों का विवरण निम्नानुसार है :

देवास – जम्मू तवी पार्सल विशेष (2 यात्राएं)
ट्रेन संख्या 00931 देवास – जम्मू तवी पार्सल स्पेशल 22 अप्रैल, 2020 को देवास से 20.00 बजे प्रस्थान करेगी और 24 अप्रैल, 2020 को जम्मू तवी 02.00 बजे पहुंचेगी। इसी तरह, ट्रेन संख्या 00932 जम्मू तवी – देवास पार्सल स्पेशल जम्मू तवी से 24 अप्रैल, 2020 को 20.00 बजे छूटेगी और 25 अप्रैल, 2020 को 21.30 बजे देवास पहुंचेगी। यह ट्रेन दोनों दिशाओं में नागदा, सवाई माधोपुर, जयपुर, नई दिल्ली और चंडीगढ़ स्टेशनों पर रुकेगी।

ओखा – त्रिवेंद्रम पार्सल विशेष ट्रेन (2 यात्राएं)
ट्रेन नंबर 00933 ओखा – त्रिवेंद्रम पार्सल स्पेशल 20 अप्रैल, 2020 को 13.10 बजे ओखा से प्रस्थान करेगी और 22 अप्रैल, 2020 को 12.00 बजे त्रिवेंद्रम पहुंचेगी। इसी तरह, ट्रेन नंबर 00934 पार्सल स्पेशल 22 अप्रैल, 2020 को 23.00 बजे त्रिवेंद्रम से प्रस्थान करेगी और 24 अप्रैल, 2020 को 21.40 बजे ओखा पहुंचेगी। यह ट्रेन जामनगर, राजकोट, सुरेंद्र नगर, अहमदाबाद, आणंद, वड़ोदरा, भरूच, सूरत, वसई रोड़, पनवेल, रोहा, रत्नागिरि, कंकवली, मडगाँव, मंगलौर जंक्शन, कन्नूर, कालीकट, शोरनूर जंक्शन, थ्रिसुर, एर्नाकुलम टाउन, कोट्टायम और कोल्लम जंक्शन पर दोनों दिशाओं में रुकेगी।

श्री भाकर ने बताया कि 23 मार्च से 18 अप्रैल, 2020 तक, पश्चिम रेलवे द्वारा तेरह दुग्ध विशेष रेलगाड़ियों को चलाया गया, जिनमें 9000 टन से अधिक का भार था और वैगनों के 100% उपयोग से 1.58 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इसी तरह, 1864 टन तक ले जाने वाली 4 इंडेंटेड रेक को 100% उपयोग के साथ चलाया गया, जिनसे 77 लाख रुपये से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ। इसके अलावा, आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए 52 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें भी इस अवधि के दौरान चलाई गईं, जिनसे 1.44 करोड़ रुपये का राजस्व मिला। पश्चिम रेलवे द्वारा अपना सर्वश्रेष्ठ देने के निरंतर प्रयासों के फलस्वरूप ही ऐसा उल्लेखनीय लोडिंग सम्भव हो पाया है।

पश्चिम रेलवे की पार्सल विशेष गाड़ियों का व्यापक प्रचार-प्रसार अखबारों में विज्ञापनों और समाचारों के साथ-साथ सोशल मीडिया और एसएमएस के माध्यम से भी सुनिश्चित किया जा रहा है, ताकि व्यापारी अपने पार्सल की बुकिंग आसानी से कर सकें और यह सुनिश्चित हो सके कि देश में लोगों के लिए आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है। लोडिंग / अनलोडिंग कार्य के दौरान सामाजिक दूरी के उचित मानदंड सुनिश्चित किये जा रहे हैं तथा मजदूरों को सैनिटाइजर और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान की जा रही हैं। सद्भावना पहल के रूप में विभिन्न स्थानों पर मजदूरों के लिए समुचित भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है। श्री भाकर ने बताया कि 19 अप्रैल, 2020 को देश के विभिन्न भागों के लिए पश्चिम रेलवे से तीन पार्सल विशेष ट्रेनें रवाना हुईं, जिनमें मुंबई सेंट्रल – फिरोजपुर, दादर – भुज और करम्बेली – न्यू गुवाहाटी पार्सल विशेष ट्रेनें शामिल हैं।

22 मार्च से 18 अप्रैल, 2020 तक लॉकडाउन की अवधि के दौरान, पश्चिम रेलवे द्वारा 3.17 मिलियन टन की आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए माल गाड़ियों के कुल 1721 रेकों का उपयोग किया गया है। 3804 मालगाड़ियों को अन्य रेलवे के साथ जोड़ा गया, जिनमें 1935 ट्रेनें सौंपी गईं और 1869 ट्रेनों को अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंट पर ले जाया गया। पार्सल वैन / रेलवे मिल्क टैंकरों (आरएमटी) के 71 मिलेनियम पार्सल रेक को आवश्यक वस्तुओं जैसे दूध पाउडर, तरल दूध और अन्य सामान्य उपभोक्ता वस्तुओं की आपूर्ति के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में भेजा गया है। 18 अप्रैल, 2020 तक पश्चिम रेलवे पर 472.07 करोड़ रुपये (उपनगरीय + गैर-उपनगरीय सहित) के कुल नुक़सान का अनुमान लगाया गया है। इसके बावजूद पश्चिम रेलवे ने अब तक टिकटों के निरस्तीकरण के फलस्वरूप 200.35 करोड़ रु.के रिफंड की अदायगी सुनिश्चित की है। उल्लेखनीय है कि इस धनवापसी राशि में अकेले मुंबई डिवीजन ने ही 97.79 करोड़ रु. के रिफंड का भुगतान सुनिश्चित किया है। अब तक, 29.91 लाख यात्रियों ने पूरी पश्चिम रेलवे पर अपने टिकट रद्द किये हैं और तदनुसार उनकी रिफंड राशि प्राप्त की है। यह भी उल्लेखनीय है कि 18 अप्रैल, 2020 तक 1.13 लाख से अधिक मास्क और लगभग 10,000 लीटर सैनिटाइज़र लॉकडाउन अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे के विभिन्न डिवीजनों और कारखानों में इन-हाउस स्तर पर बनाये जा चुके हैं।