मुंबई। आजादी का अमृत महोत्सव आजादी के 75 साल और देश के लोगों, संस्कृति और उपलब्धियों के गौरवशाली इतिहास का जश्न मनाने के लिए भारत सरकार की एक पहल है। इन उत्सवों के हिस्से के रूप में, भारतीय रेलवे 18 से 23 जुलाई, 2022 तक चुनिंदा 75 स्टेशनों और 27 ट्रेनों के साथ “आजादी की रेल गाड़ी और स्टेशन” के प्रतिष्ठित सप्ताह को मना रहा है। ये विशिष्ट ट्रेनें और स्टेशन महत्वपूर्ण स्थानों और घटनाओं को चिह्नित करते हैं जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के गौरवशाली इतिहास से जुड़े हैं। इस क्रम में आगे बढ़ते हुए पश्चिम रेलवे इस प्रतिष्ठित सप्ताह के उत्सवों में बड़े उत्साह के साथ भाग ले रही है।
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री विनय कुमार त्रिपाठी ने 18 जुलाई, 2022 को रेल भवन में ‘आजादी की रेल गाड़ी और स्टेशन’ के प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह का उद्घाटन किया। स्वतंत्रता संग्राम में 75 चिन्हित स्टेशनों/27 ट्रेनों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए भारतीय रेलवे ने 18 जुलाई से 23 जुलाई तक सप्ताह भर चलने वाले समारोहों का आयोजन किया है। इस अवसर पर बोलते हुए श्री त्रिपाठी ने कहा “आज़ादी का अमृत महोत्सव के एक भाग के रूप में जनभागीदारी और जन आंदोलन की समग्र भावना के अंतर्गत प्रतिष्ठित सप्ताह के रूप में मनाए जाने वाले इस सप्ताह के दौरान ‘आज़ादी की रेल गाड़ी और स्टेशन’ का आयोजन किया जाएगा, जो एक युवा, नए और गौरवशाली भारत की आकांक्षाओं और सपनों के साथ अतीत के स्वतंत्रता संग्राम के मूल्यों और गौरवों के संगम को प्रदर्शित करेगा। इस सप्ताह का समापन 23 जुलाई, 2022 को एक माइलस्टोन समारोह के साथ होगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस प्रतिष्ठित सप्ताह समारोह के कार्यक्रम पूरे देश में बहुत प्रभावशाली होंगे तथा यात्रा करने वाले लोगों और जनता के मन में देशभक्ति की भावना को जगाने के लिए चुने गए फ्रीडम स्टेशनों और स्पॉटलाइट ट्रेनों के कारण और भी अधिक जीवंत होंगे।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस आइकोनिक सप्ताह को मनाने के लिए भारतीय रेलवे के 75 स्टेशनों में से पश्चिम रेलवे के 5 स्टेशनों को चुना गया है, जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम के विभिन्न चरणों में राष्ट्रीय महत्व रखते हैं। पश्चिम रेलवे के जिन 5 स्टेशनों को चुना गया है, उन्हें सजाया गया है और सप्ताह के दौरान तिरंगे की रोशनी से रोशन किया जाएगा। लोगों को देश के इतिहास से अवगत कराने के लिए इन स्टेशनों पर स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी लघु फिल्मों को प्रदर्शित करने वाली डिजिटल स्क्रीन लगाई गई हैं। इन स्टेशनों पर देशभक्ति गीत, नुक्कड़ नाटक और लाइट-साउंड शो का आयोजन किया गया है। इनके अलावा इन स्टेशनों पर सेल्फी प्वाइंट भी बनाए गए हैं और फोटो प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है।
इन प्रतिष्ठित स्टेशनों पर स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवारों को आमंत्रित किया गया तथा सम्मानित किया गया। उनके द्वारा स्वतंत्रता संग्राम की गौरवगाथा का वर्णन करते समय उन्हें फिर से सुनना दिल को छू लेने वाला था। पश्चिम रेलवे के जिन 5 स्टेशनों को चुना गया है, वे हैं पोरबंदर – जिसे महात्मा गांधी के जन्मस्थान के रूप में जाना जाता है; साबरमती आश्रम के लिए प्रसिद्ध साबरमती, जिसे महात्मा गांधी ने कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए स्थापित किया था; नवसारी – यहीं पर महात्मा गांधी ने ब्रिटिश सरकार के नमक कानून को चुनौती दी थी। यह घटना स्वतंत्रता संग्राम में मील का पत्थर है; अडास रोड – बापू के अहिंसा के मूल्यों का पालन करते हुए 5 स्वतंत्रता सेनानियों ने इस स्थान पर भारत छोड़ो आंदोलन में शहादत दी एवं बारडोली – ब्रिटिश राज के दौरान बारडोली के किसानों के लिए करों में अन्याय के खिलाफ सरदार वल्लभभाई पटेल के नेतृत्व में बारडोली सत्याग्रह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सविनय अवज्ञा का एक प्रमुख प्रकरण था।
आजादी की रेल गाड़ी और स्टेशन के उत्सव के हिस्से के रूप में पश्चिम रेलवे की 09 ट्रेनों को सजाया जाएगा और पूरे सप्ताह विभिन्न स्टेशनों से स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। इन ट्रेनों के बारे में ऐतिहासिक तथ्यों को लोगों की जानकारी के लिए प्रदर्शित किया जाएगा। पश्चिम रेलवे की इन चुनिंदा ट्रेनों में लोकशक्ति एक्सप्रेस, आश्रम एक्सप्रेस, साबरमती एक्सप्रेस, अहिंसा एक्सप्रेस, गुजरात मेल, अहमदाबाद-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस आदि शामिल हैं।
18 जुलाई, 2022 को ‘आज़ादी की रेल गाड़ी और स्टेशन’ उत्सव का उद्घाटन समारोह मुंबई सेंट्रल स्टेशन पर मुंबई मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री जी वी एल सत्याकुमार और विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में आयोजित किया गया। स्वतंत्रता सेनानी श्री अनंत लक्ष्मण गुरव और दिवंगत स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार के सदस्य अर्थात स्वर्गीय श्री दौलतराव पवार की पत्नी श्रीमती इंदुमती पवार, स्वर्गीय श्री खांडू जाधव की पत्नी श्रीमती शांताबाई जाधव ने इस अवसर पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई जहां उन्हें सम्मानित किया गया।
इसी क्रम में स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिवार के सदस्यों ने बांद्रा टर्मिनस-अहमदाबाद लोकशक्ति एक्सप्रेस और अहमदाबाद-दादर गुजरात मेल को झंडी दिखाकर रवाना किया। नवसारी स्टेशन पर एक नुक्कड़ नाटक का मंचन किया गया और रेलवे स्कूल वलसाड के छात्रों द्वारा देशभक्ति नृत्य प्रदर्शित किया गया। बारडोली स्टेशन पर स्कूली छात्रों ने रेलवे स्टाफ के साथ देशभक्ति गीत गाये। यहां स्वतंत्रता सेनानी की पुत्री श्रीमती निरंजनाबेन को सम्मानित किया गया। पोरबंदर स्टेशन पर पुरस्कार विजेता कलाकार श्री जयेश हिंगरजिया ने गांधीजी और उनके जीवन का आकर्षक प्रतिरूपण प्रस्तुत किया। भावनगर के भारत स्काउट्स एंड गाइड्स कैडेटों द्वारा एक नुक्कड़ नाटक प्रदर्शन और संदीपनी गुरुकुल के विद्यापति छात्रों द्वारा मंत्र पाठ के साथ विभिन्न टीमों द्वारा देशभक्ति गीत गाए गए। साबरमती स्टेशन पर एक फोटो गैलरी, नुक्कड़ नाटक का आयोजन तथा एक सेल्फी पॉइंट स्थापित किया गया है ताकि लोग इस मेगा इवेंट में भाग ले सकें। इन सभी स्टेशनों को तिरंगे से रोशन किया गया और डिजिटल स्क्रीन पर देशभक्ति के वीडियो प्रदर्शित किए गए । दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी श्री लक्ष्मीभाई सोमचंद तपोधन के परिवार के सदस्य श्री निकुंज भाई ने अहमदाबाद स्टेशन से गुजरात मेल को झंडी दिखाकर रवाना किया।