मुंबई। पश्चिम रेलवे की माल और पार्सल विशेष ट्रेनें अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति को चालू रखने के लिए देश भर में लगातार अपना सफ़र तय कर रही हैं। इसी क्रम में चालू वित्तीय वर्ष में पश्चिम रेलवे ने 25 जुलाई, 2021 तक 26.28 मिलियन टन वजन का माल लदान कर 25 मिलियन टन का अहम आँकड़ा पार कर लिया है, जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में इसी अवधि में माल लदान 20.42 मिलियन टन हुआ था। यह 28 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि है, जो अत्यंत प्रशंसनीय है। यह भी उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे के मुंबई मंडल की बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट ने नंदुरबार गुड्स शेड से परिवहन के लिए नये उत्पाद के रूप चीनी के परिवहन की शुरुआत की है। ये महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री आलोक कंसल के ऊर्जावान नेतृत्व, कुशल मार्गदर्शन और निरंतर निगरानी के फलस्वरूप सुनिश्चित हो पाई हैं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, 1 अप्रैल, 2021 से 25 जुलाई, 2021 तक, पश्चिम रेलवे ने अपनी 240 पार्सल विशेष ट्रेनों के माध्यम से 90 हजार टन से अधिक वजन वाली वस्तुओं का परिवहन किया है, जिनमें कृषि उपज, दवाएं, चिकित्सा उपकरण, मछली, दूध आदि मुख्य रूप से शामिल हैं। इनसे लगभग 30.69 करोड़ रु. का प्राप्त राजस्व हुआ है। इस अवधि में पश्चिम रेलवे द्वारा 40 हजार टन से अधिक दूध के परिवहन के साथ 58 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं और वैगनों का 100% उपयोग किया गया। इसी प्रकार, 70 कोविड -19 विशेष पार्सल ट्रेनें चलाई गईं, जिनके माध्यम से लगभग 12000 टन आवश्यक वस्तुओं का परिवहन किया गया। इसके अतिरिक्त, लगभग 20,500 टन भार वाले 42 इंडेंटेड रेक भी 100% उपयोग के साथ चलाये गये। किसानों को उनके उत्पादों के लिए नए बाजार उपलब्ध कराने और किफायती तथा तेज परिवहन के लिए इस अवधि में विभिन्न मंडलों से लगभग 17,000 टन भार के साथ 70 किसान रेलें भी चलाई गईं। इस अवधि के दौरान 1 अप्रैल, 2021 से 25 जुलाई, 2021 तक 26.28 मिलियन टन आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए मालगाड़ियों के कुल 94073 रेक चलाये गये। 25410 फ्रेट ट्रेनों को अन्य जोनल रेलवे के साथ इंटरचेंज किया गया, जिसमें अलग-अलग इंटरचेंज पॉइंट पर 12,717 ट्रेनों को हैंडओवर किया गया और 12,693 ट्रेनों को टेकओवर किया गया।
श्री ठाकुर ने बताया कि मुंबई सेंट्रल मंडल की बीडीयू टीम के लगातार विपणन प्रयासों के ज़रिये हाल ही में नंदुरबार गुड्स शेड से देश के दक्षिणी हिस्सों में नये ट्रैफिक के रूप में चीनी का लदान किया गया। बिजनेस डेवलपमेंट इकाइयाँ (BDUs) रेलवे बोर्ड द्वारा शुरू की गई प्रोत्साहन योजनाओं के साथ मौजूदा और सम्भावित माल ग्राहकों के साथ लगातार सम्पर्क में हैं ताकि रेल से उनके माल के त्वरित, विश्वसनीय, किफायती और थोक परिवहन के लिए उन्हें प्रोत्साहित कर सकें।