पश्चिम रेलवे के महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री प्रवीण चंद्र सिन्हा को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) से सम्मानित किया गया
इसके अलावा, पश्चिम रेलवे के दो रेल सुरक्षा बल कर्मियों निरीक्षक श्री राजीव सिंह सलारिया और हेड कांस्टेबल श्री कंवरपाल यादव को उनकी सराहनीय सेवाओं के लिए भारतीय पुलिस पदक से सम्मानित किया गया
स्वतंत्रता दिवस, 2022 के अवसर पर भारत के माननीया राष्ट्रपति ने आरपीएफ/आरपीएसएफ कर्मियों को विशिष्ट सेवाओं के लिए प्रतिष्ठित राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) और सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक (पीएम) से सम्मानित किया।
उल्लेखनीय है कि पश्चिम रेलवे के महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री प्रवीण चंद्र सिन्हा को विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) से सम्मानित किया गया, जबकि दो अन्य आरपीएफ कर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए भारतीय पुलिस पदक (पीएम) से सम्मानित किया गया। पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक (प्रभारी) श्री प्रकाश बुटानी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अपने भाषण के दौरान पुरस्कार विजेताओं की उपलब्धि की सराहना की और उन्हें बधाई दी।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार पश्चिम रेलवे के महानिरीक्षक सह प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री पी सी सिन्हा ने UNMIK, कोसोवो तथा उत्तर पूर्व के दुर्गम क्षेत्रों, बिहार, आंध्र प्रदेश के नक्सल क्षेत्रों, तमिलनाडु, डकैत प्रभावित झांसी में अपनी सेवाएं प्रदान की, साथ ही मुंबई में COVID महामारी की स्थिति को भी उन्होंने कुशलता से संभाला। उनके द्वारा कई सर्वप्रथम जैसे बम दस्ते, सीसीटीवी, वायरलेस अलार्म सिस्टम, पेट्रोल मॉनिटरिंग सिस्टम और साइबर सेल की शुरुआत उनके नाम हैं। उन्होंने अखिल भारतीय आरपीएफ सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली (आरएसएमएस) के लिए पायलट प्रोजेक्ट को भी सफलतापूर्वक निष्पादित किया और उन्होंने अखिल भारतीय आरपीएफ भर्ती को सफलतापूर्वक दो बार आयोजित किया। श्री सिन्हा भारतीय पुलिस पदक, रेल मंत्री पदक, महानिदेशक प्रतीक चिन्ह जैसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों के प्राप्तकर्ता भी रहे हैं, उन्हें दो बार महाप्रबंधक पदक और तीन बार मंडल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन शील्ड, आदि से सम्मानित किया गया है।
श्री ठाकुर ने आगे बताया कि निरीक्षक आरपीएफ श्री राजीव सिंह सलारिया ने आईपीएफ बोरीवली के रूप में सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने अवैध दलाली और ई-टिकट धोखाधड़ी के कई मामलों सहित आईपीसी, रेलवे अधिनियम, आरपी (यूपी) अधिनियम के तहत विभिन्न मामलों का पता लगाया। उनके प्रयासों से 65 बेसहारा बच्चों को एनजीओ की मदद से उनके माता-पिता से पुनः मिलाया गया। बाद में उन्होंने डिप्युटेशन पर CBI की एसीबी शाखा में और रेलवे मुख्यालय में विभिन्न क्षमताओं में बहुत सफल कार्यकाल दिया। उन्हें समर्पित और सराहनीय सेवा के लिए 2019 में उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया। इसी तरह आरपीएफ के हेड कांस्टेबल श्री कंवरपाल यादव को उनकी 30 वर्षों की बेदाग, ईमानदार और समर्पित सेवा एवं सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया।