गूगल की विडियो शेयरिंग वेबसाइट यू-ट्यूब बच्चों के लिए एक विशेष ऐप ‘यू-ट्यूब किड्स‘ लॉन्च कर दिया है। इस ऐप की मदद से पैरंट्स उस कन्टेंट पर लगाम लगा सकेंगे, जो बच्चों के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। गूगल और अन्य सर्च इंजन पर आजकल फेवरेट विडियोज और गेम्स को डाउनलोड करना बेहद आसान हो गया है, लेकिन कई पर सर्च इंजन पर कोई खास शब्द टाइप करने से ही कई अश्लील कन्टेंट भी सामने आ जाते हैं।
एक्सपर्ट की मानें तो छोटी उम्र में अगर बच्चों के इंटरनेट सर्च पर सावधानी नहीं बरती गई तो आगे चलकर यह खतरनाक साबित हो सकता है। यू-ट्यूब किड्स इस नजरिए से पैरंट्स की मुश्किल आसान कर सकता है। इस ऐप के आने के बाद फेसबुक और ट्विटर जैसी साइट्स भी अडल्ट कॉन्टेंट को रोकने के लिए कई नए फीचर्स ला सकती हैं।
बता दें कि यह फ्री ऐप केवल गूगल के एंड्रॉएड डिवाइसेस में ही उपयोग किया जा सकेगा।
यूट्यूब प्रोडक्स मैनेजर शिमरिट बेन-येर ने बताया कि यूट्यूब के विडियो को देखने में हर साल 50 फीसदी से ज्यादा दर्शकों में वृद्धि हो रही है। बेन-येर ने कहा, ‘हमेशा अभिभावक उनसे कहते थे कि क्या यूट्यूब को आप हमारे बच्चों के लिए सुरक्षित कर सकते हैं।’
ऐप की खासियत
यू-ट्यूब किड्स पर 4 साल का बच्चा भी मनपसंद कन्टेंट सर्च कर सकता है। जरूरी नहीं कि बच्चा उस कन्टेंट की स्पेलिंग जानता हो,वायस सर्च से भी कन्टेंट ढूंढा जा सकता है। अगर बच्चा गलती से सेक्स या पॉर्न कन्टेंट सर्च करता है तो यह ऐप उसे कुछ और ढूंढने के लिए कहेगा। इस ऐप में पैरंट्स आसानी से बच्चे का टाइम निर्धारित कर सकते हैं कि वह कितनी देर इस ऐप पर ऐक्टिव रह सकता है।
इंटरनेट की गंदगी से यू ट्यूब बचाएगा बच्चों को
एक निवेदन
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