जीवन बीमा आज के दौर में जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है। डाक विभाग पत्रों के साथ-साथ एक लम्बे समय से जीवन बीमा के क्षेत्र में भी है। राजस्थान पश्चिमी क्षेत्र, जोधपुर के निदेशक डाक सेवाएं श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि 1 फरवरी, 1884 को आरंभ डाक जीवन बीमा वर्तमान में भारत की सबसे पुरानी बीमा सेवा है, वहीं ग्रामीण लोगों हेतु डाक विभाग ने सर्वप्रथम 1995 में ग्रामीण डाक जीवन बीमा आरंभ किया। इन दोनों में क्रमश: 50 लाख और
10 लाख रूपये का बीमा कराया जा सकता है।
जोधपुर रीजन ने वित्तीय वर्ष 2015-16 में डाक जीवन बीमा और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में 1 अरब 30 करोड का सर्वाधिक प्रीमियम अर्जित कर राजस्थान में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इसमें डाक जीवन बीमा में 95.79 करोड़ और ग्रामीण डाक जीवन बीमा में 35.06 करोड़ रूपये का प्रीमियम प्राप्त किया गया है। डाक जीवन बीमा में गत वित्तीय वर्ष की अपेक्षा 20.62 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है।
गौरतलब है कि ”डाक जीवन बीमा” के तहत वर्तमान में सरकारी/अर्द्ध सरकारी/सरकारी नियंत्रण वाली संस्थाओं के कर्मी बीमा के पात्र हैं। इसमें 6 योजनायें-सुरक्षा, संतोष, सुविधा, युगल सुरक्षा, सुमंगल व चिल्ड्रेन पालिसी हैं। डाक निदेशक श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि इसमें निवेश की सुरक्षा पर सरकार की गांरटी, धारा 88 के तहत आयकर में छूट, कम प्रीमियम और अधिक बोनस, पाॅलिसी पर लोन की सुविधा, देश के किसी भी डाकघर में प्रीमियम जमा करने की सुविधा और अग्रिम प्रीमियम जमा करने पर छूट भी दी जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि जमा प्रीमियम पर किसी तरह का किसी प्रकार के एजेन्ट कमीशन का भार प्रस्तावक पर नहीं पड़ता है। श्री यादव ने कहा कि डाक विभाग ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के जीवन बीमा के लिए भी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। अधिकाधिक लोगों को बीमित करने हेतु हर डाक मण्डल में गाॅंवों को चिन्हित करके उन्हें ग्रामीण डाक जीवन बीमा ग्राम के रूप में कवर किया जा रहा है वही शहरों में प्रमुख सरकारी विभागों को डाक जीवन बीमा संगठन के तहत लाया जा रहा है।