Friday, April 26, 2024
spot_img
Homeपत्रिकाकला-संस्कृतिस्व. नेमिचन्द्र जैन जन्म शती पर दिल्ली में आयोजन

स्व. नेमिचन्द्र जैन जन्म शती पर दिल्ली में आयोजन


नई दिल्ली।
वर्ष 2019-20 में प्रसिद्ध कवि, आलोचक और नाट्य विद् श्री नेमिचन्द्र जैन की जन्म शती मनाई जा रही है जिसके अंतर्गत बहुत से कार्यक्रम दिल्ली में व दिल्ली से बाहर आयोजित किए गए हैं। नेमि जी हिन्दी नाटक और रंगमंच के विविध पक्षों के विकास और प्रस्तार के लिए निरन्तर प्रयत्नशील रहे। हिन्दी में नये नाटकों के लेखन को बढ़ावा देना इसी का हिस्सा था जिसका प्रतिफल था नटरंग के हर अंक में हिन्दी के नये नाटक का प्रकाशन।

अन्य कार्यक्रमों के अतिरिक्त नेमि शती के अवसर पर नटरंग प्रतिष्ठान ने भारतीय नाट्य लेखन को प्रोत्साहित करने के लिए अखिल भारतीय नेमिचन्द्र जैन नाट्यलेखन पुरस्कार देने का निश्चय किया और इसके लिए देशभर से नए नाटक आमंत्रित किए गए। कुल 66 नाट्यलेख प्राप्त हुए। पुरस्कार के लिए उनमें से तीन श्रेष्ठ नाटकों का चयन करने के लिए विशिष्ट सदस्यों की जूरी स्थापित की गई जिसमें थे प्रसिद्ध हिन्दी नाटककार श्री नन्दकिशोर आचार्य, ख्याति प्राप्त नाट्य निर्देशक व राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की पूर्व निदेशक डा0 अनुराधा कपूर, और प्रतिष्ठित कला आलोचक श्री रवीन्द्र त्रिपाठी। बहुमत के आधार पर निम्नलिखित तीन नाटकों का पुरस्कार के लिए चयन किया गया :-
1. श्री एस.एम. अज़हर आलम को उनके नाटक ‘‘रूहें‘‘ के लिए
2. सुश्री विभा रानी को उनके नाटक ‘‘प्रेग्नेंट फादर‘‘ के लिए
3. श्री अशोक लाल को उनके नाटक ‘‘शत्रु‘‘ के लिए

पुरस्कार वितरण तथा नाट्य पाठ समारोह 16 तथा 17 मार्च को त्रिवेणी सभागार में आयोजित है। समारोह में नाटककार, विशेषज्ञ तथा दर्शकों की उपस्थिति में पुरस्कृत नाटकों का नाट्य पाठ होगा। उसके बाद नाटक पर चर्चा और सवाल-जवाब का भी अवकाश रहेगा।

16 मार्च 2020-
शाम 5.30 बजे पुरस्कार अर्पण
शाम 6-30 बजे नाटक ‘‘रूहें‘‘ का नाट्य पाठ, ट्रैजर आर्ट एसोसिएशन, दिल्ली द्वारा एवं नाटक पर चर्चा ।

17 मार्च 2020
शाम 4.00 बजे नाटक ‘‘शत्रु‘‘का नाट्य पाठ, सक्षम रंगदल़, दिल्ली द्वारा एवं नाटक पर चर्चा
शाम 6.30 बजे नाटक ‘‘प्रेग्नेंट फादर‘‘ का नाट्य पाठ, रिनेस्टांस थियेटर सोसायटी, दिल्ली द्वारा एवं नाटक पर चर्चा

संपर्क
रश्मि वाजपेयी
निदेशक, नटरंग प्रतिष्ठान

image_print

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -spot_img

वार त्यौहार