Monthly Archives: June, 2016
अमेजन के खिलाफ भड़का गुस्सा
हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर वाले पायदान बेचने को लेकर अमेजन पर लोगों में ज़र्दस्त गुस्सा है।
नाला सफाई में निलंबित अफसरों का निलंबन पुनर्विलोकन कमिटी ने रखा बरकरार
मुंबई के विभिन्न इलाकों में नाला सफाई काम में बरती गई अनियमितता के आरोप में मुकादम से लेकर मुख्य अभियंता का निलंबन सितंबर 2015 में मनपा आयुक्त अजोय मेहता ने किया था।
स्वदेशी जागरण मंच की माँग, बंद करो कोल्ड ड्रिंक की फैक्ट्रियाँ
देश के कई राज्यों में पानी की कमी और सूखे की समस्या को देखते हुए आरएसएस संबंधित संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने सरकार से सॉफ्ट ड्रिंक इकाइयों पर रोक लगाने या बंद करने की मांग की है।
मैं मथुरा नगरी हूँ,घायल हूँ सत्ता की चोटों से
मैं मथुरा नगरी हूँ,घायल हूँ सत्ता की चोटों से,
कैसे कहूँ वेदना अपनी इन झुलसाये होठों से,
पर्यावरण दिवस पर विशेष आलेखः जलती दुनिया: जिम्मेदार कौन?
विश्व पर्यावरण दिवस दुनिया भर में मनाया मनाया जा रहा है. यह तारीख और पर्यावरण के हिसाब से दुनिया के लिए सबसे बड़ा दिन होना कहिये था.
कुछ तो बात है श्री सुरेश प्रभु मे
ऐसी क्या बात है कि सुरेश प्रभु में जो उन्हें राजनेताओं की जमात से अलग और ऊँचे पर ले जाती है? ऐसा कौन सा जादू है उनके व्यक्तित्व में जो उन्हें पूर्व प्रधानमन्त्री अटल बिहारी वाजपेयी और वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी की आँखों का तारा बनाता है? उनके गुणों का वह कौन सा आकर्षण था जो बहुत ही सख्त समझे जानेवाले शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे को भी उन्हें केंद्रीय मन्त्रिमण्डल में स्थान देने के लिए बाध्य करता है?
मोदीजी ने धरती के चार चक्कर लगा लिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पांच देशों की यात्रा पर रवाना होने के बाद महज 6 दिन में अफगानिस्तान, कतर, स्विट्जरलैंड, अमेरिका और मैक्सिको जाएंगे।
किस हाल में हैं जॉर्ज फर्नांडिज़
पूर्व रक्षामंत्री श्री जॉर्ज फर्नांडीस जी इस वक़्त अल्ज़ाइमर नाम की बीमारी की गिरफ़्त में हैं और सात स्टेज वाली इस बीमारी के छठी स्टेज में हैं।
बधाई देने असम पहुँचे अमरजीत मिश्रा
मुंबई। आसाम विधानसभा चुनाव में मिली भारी सफलता पर बधाई देने मुम्बई बीजेपी के महामंत्री अमरजीत मिश्र गोहाटी स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पहुंचे और बुधवार को आसाम बीजेपी के संगठन महामंत्री फणींद्रनाथ शर्मा को पुष्पगुच्छ देकर जीत की बधाई दी।
अनजान सुख की यह कैसी अंधी दौड़?
इस संसार में ज्यादातर लोगों का जीवन एक अंधी दौड की तरह है, जो अनजान सुख के लिये लगातार दौड़ रहे हैं। जिसका अंत कहीं नहीं हैं।