Friday, April 26, 2024
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Monthly Archives: December, 2017

हिमालय जैसे विराट व्यक्तित्व के धनी हैं अटलजी

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक से लेकर प्रधानमंत्री तक का सफर तय करने वाले युग पुरुष अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म ग्वालियर में बड़े दिन के अवसर पर 25 दिसम्बर 1924 को हुआ। अटल जी के पिता का नाम पण्डित कृष्ण बिहारी वाजपेयी और माता का नाम कृष्णा वाजपेयी था। पिता पण्डित कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर में अध्यापक थे। कृष्ण बिहारी वाजपेयी साथ ही साथ हिन्दी व ब्रज भाषा के सिद्धहस्त कवि भी थे।

हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्था द्वारा ‘वॉइस ऑफ यूनिटी’ कार्यक्रम का आयोजन

हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान द्वारा देशवासियों में राष्ट्रीय भावना के निर्माण हेतु रिवर फ्रंट पर वॉइस ऑफ यूनिटी कार्यक्रम में वंदे मातरम गीत और परमवीर वंदना का कार्यक्रम आयोजित किया गया.

बृजलाल द्विवेदी सम्मान से अलंकृत किए जाएंगें ‘अलाव’ के संपादक रामकुमार कृषक

भोपाल । हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता को सम्मानित किए जाने के लिए दिया जाने वाला पं. बृजलाल द्विवेदी अखिल भारतीय साहित्यिक पत्रकारिता सम्मान इस वर्ष ‘अलाव’ (दिल्ली) के संपादक श्री रामकुमार कृषक को दिया जाएगा।

संगीत के माध्यम से शांति और सौहार्द का संदेश पहुंचाने के लिए ‘कन्सर्ट फॉर हारमनी’

संगीत के माध्यम से शांति और सौहार्द का संदेश जन-जन तक पहुंचाने के लिए लगभग एक दशक से प्रयास करती आ रही नाद फाउंडेशन द्वारा शुरू की गयी ‘कन्सर्ट फॉर हारमनी’ श्रृंखला का समापन कन्सर्ट आज नई दिल्ली स्थित श्री सत्य सांई ऑडीटोरियम में किया गया।

कुशोक बकुला के जीवन प आधारित प्रदर्शनी 31 दिसबंर तक इंदिरा गाँध राष्ट्रीय कला केंद्र में

नई दिल्ली के इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में बीते बुधवार (20 दिसंबर) की शाम कुशोक बकुला रिम्पोचे के जीवन पर आधारित सचित्र प्रदर्शनी ‘लामा से स्टेट्समैन’ का शुभारंभ हुआ। इस समारोह का केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने उद्घाटन किया। बता दें कि यह प्रदर्शनी 31 दिसंबर तक सुबह 10 से शाम 5 बजे तक चलेगी।

‘परिवार’ के तत्वावधान में ‘हिंदी पत्रकारिता के बढ़ते चरण’ का लोकार्पण

कला-संस्कृति-साहित्य की प्रतिनिधि संस्था 'परिवार' के तत्वावधान में पुरानी पीढ़ी के वरिष्ठ पत्रकार-लेखक नंदकिशोर नौटियाल

मोहम्मद रफ़ीः तुम मुझे यूं भुला न पाओगे

मोहम्मद रफ़ी साहब की जयंती 24 दिसम्बर पर विशेष

रामानुजन मानते थे कि गणित से ही ईश्वर का सही स्वरूप स्पष्ट हो सकता है

सिर्फ 32 साल जिए श्रीनिवास रामानुजन की प्रतिभा का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि उनके काम के कई हिस्से दुनिया उनकी मौत के एक सदी बाद आज समझ पा रही है

देश की नई शिक्षा नीति पर जानेमाने वैज्ञानिक व इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ. कस्तूरीरंगन ने लिया आचार्यश्री विद्यासागरजी का मार्गदर्शन

जानेमाने वैज्ञानिक व इसरो के पूर्व अध्यक्ष डॉ.कृष्णास्वामी कस्तूरीरंगन मिले आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज से आचार्यश्री विद्यासागरजी के साथ ​​डॉ.कस्तूरीरंगन जी ...

पिता विधायक, बेटा बनेगा विधान सभा में चपरासी

जहां ज्यादातर राजनेता अपने बेटे को भी नेता बनते ही देखना चाहते हैं, वहीं राजस्थान के एक विधायक का बेटा एक चपरासी के तौर पर विधानसभा आने जा रहा है।
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