Sunday, May 19, 2024
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Monthly Archives: December, 2017

ऋषि कपूर ने पत्रकारों को देखकर कहा, मुफ्त की दारु पीने आ गए

दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में ऋषि कपूर ने अपने दिवंगत पिता पर लिखी गई बुक ‘राज कपूर’ के लोकार्पण समारोह मेंं पत्रकारों को देखकर भड़क गए।

रिलायंस ने हजम कर लिए 1452 करोड़ रुपये

मेसर्स रिलायंस एनर्जी इस अनिल अंबानी की कंपनी ने उपभोक्ताओं ने इस्तेमाल किए इलेक्ट्रिसिटी पर इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी और यूूनिट पर इलेक्ट्रिसिटी टैक्स उपभोक्ताओं सेे वसूल कर सरकारी एकाउंट में रु 1452 करोड़ जमा किए नहीं है। गौतम अदानी ने रिलायंस बिजली कंपनी खरीदने के बाद अब यह बकाया राशि कौन अदा करेंगा? इसपर कोई स्पष्टता नहीं हैं।अक्टूबर 2016 से अक्टूबर 2017 इन 13 महीनों में रु 1451,69,15,200/- इतनी रकम बकाया होने की चौकानेवाली जानकारी सरकार के इलेक्ट्रिसिटी इंस्पेक्टर ने आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली को दी थी।

पूरे भारत को एक सूत्र में बाँधा आदि शंकराचार्य ने

आदि शंकराचार्य का भारत भूमि पर अवतरण उस समय हुआ जब उत्तर भारत में सम्राट हर्षवर्धन और दक्षिण में पुलकेशी का निधन हो चुका था। सन् 650 ईसवी के बाद भारत में विशाल और स्थिर साम्राज्यों का युग समाप्त हो चला था। यह ऐसा समय था जब साम्राज्य की इच्छा रखने वाले राज्यों में निरन्तर संघर्ष और उत्थान-पतन की लीला ने भारत की राजनीतिक एकता और स्थिरता को हिलाकर रख दिया। कश्मीर, कन्नौज और गौंड के संघर्ष ने और फिर पाल, प्रतिहार और राष्ट्रकूट नरेशों की खींचातानी ने उत्तरापथ को आंदोलित कर डाला था। ठीक वैसे ही दक्षिण में चालुक्य,पल्लव और पाण्डय शासकों की लड़ाइयों ने भारत को विचलित कर रखा था। पश्चिम से अरब सेनाओं और व्यापारियों के प्रवेश ने इस परिस्थिति में नया आयाम जोड़ दिया। बढ़ती अराजकता और असुरक्षा के वातावरण में स्थानीय अधिकारियों और शासकों का प्रभाव बढ़ने लगा। साम्राज्य की जगह सामन्ती व्यवस्था आकार लेने लगी। किसानों और ग्राम पंचायतों के अधिकार अभी बरकरार थे पर यह सही है कि इस समय राजसत्ता बिखर चुकी थी। अराजकता के बीच राजपुत्रों और सामन्तों का बोलबाला था। आदि शंकराचार्य की कृतियों में इस तरह की राजनीतिक अवस्था प्रतिबिम्बित होती है।

नववर्ष की राह: शांति की चाह

नया वर्ष है क्या? मुड़कर एक बार अतीत को देख लेने का स्वर्णिम अवसर। क्या खोया, क्या पाया, इस गणित के सवाल का सही जवाब। आने वाले कल की रचनात्मक तस्वीर के रेखांकन का प्रेरक क्षण। क्या बनना, क्या मिटाना, इस अन्वेषणा में संकल्पों की सुरक्षा पंक्तियों का निर्माण। ‘आज’, ‘अभी’, ‘इसी क्षण’ को पूर्णता के साथ जी लेने का जागृत अभ्यास। नयेवर्ष की शुरूआत हर बार एक नया सन्देश, नया संबोध, नया सवाल लेकर आती है। एक सार्थक प्रश्न यह भी है कि व्यक्ति ऊर्जावान ही जन्म लेता है या उसे समाज ऊर्जावान बनाता है? तब मस्तिष्क की सुन्दरता का क्या अर्थ रह जाता है। मनुष्य जीवन की उपलब्धि है चेतना, अपने अस्तित्व की पहचान। इसी आधार पर वस्तुपरकता से जीवन में आनन्द। अपनी अपार आंतरिक सम्पदा से हम वर्षभर ऊर्जावान बने रह सकते हैं। लेकिन इसके लिये हमारी तैयारी भी चाहिए और संकल्प भी। इस वर्ष का हमारा भी कोई-न-कोई संकल्प हो और यह संकल्प हो सकता है कि हम स्वयं शांतिपूर्ण जीवन जीये और सभी के लिये शांतिपूर्ण जीवन की कामना करें। ऐसा संकल्प और ऐसा जीवन सचमुच नये वर्ष को सार्थक बना सकते हैं।

मुस्लिम युवक ने संस्कृत में गीता पर लिखा शानदार निबंध और विजेता बना

देश भर में इन दिनों राष्ट्रीयता का मुद्दा छाया हुआ है, लेकिन जयपुर में कुछ ऐसा हुआ जिसने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया है. जयपुर में गीता पर संस्कृत में निबंध लिखने की प्रतियोगिता में 16 साल के नदीम खान को विजेता चुना गया. प्रतियोगिता में नदीम के अलावा दो अन्य मुस्लिम छात्राएं जहीन और जोराबिया भी विजेता बनीं. एक तरफ राजस्थान में जहां मुस्लिम युवाओं के खिलाफ रोज नई हिंसा की खबरें आ रही हैं वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम बच्चों का संस्कृत भाषा और गीता से ऐसा लगाव अपने आप में अनूठा है. सभी विजेताओं को आज (बुधवार) को अवॉर्ड दिया जाएगा.

अटल के जन्म दिवस 25 दिसंबर पर विशेषः सहृदय कवि : अटलजी

पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी को एक राजनीतिज्ञ के रूप में जाना जाता है. राजनीतिज्ञ होने के अलावा वह साहित्यकार भी हैं. उन्हें साहित्य विरासत में मिला था. वह कहते हैं, ‘रामचरितमानस’ तो मेरी प्रेरणा का स्रोत रहा है. जीवन की समग्रता का जो वर्णन गोस्वामी तुलसीदास ने किया है, वैसा विश्व-साहित्य में नहीं हुआ है. बचपन से ही उन्होंने कविताएं लिखनी शुरू कर दी थीं. स्वदेश-प्रेम, जीवन-दर्शन, प्रकृति तथा मधुर भाव की कविताएं उन्हें बाल्यावस्था से ही आकर्षित करती रही हैं. उनकी कविताओं में प्रेम है, करुणा है, वेदना है. एक पत्रकार के रूप में वे बहत गंभीर दिखाई देते हैं. वे कहते हैं, मेरे भाषणों में मेरा लेखक ही बोलता है, पर ऐसा नहीं कि राजनेता मौन रहता है. मेरे लेखक और राजनेता का परस्पर समन्वय ही मेरे भाषणों में उतरता है. यह

ये हैं वो सिपाहसालार, जिनके बिना राहुल गाँधी काम नहीं चलता

कांग्रेस में सोनिया युग खत्म हो चुका है और राहुल राज का आगाज। 19 साल पार्टी की बागडोर संभालने के बाद शुक्रवार को सोनिया गांधी की जगह राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष का कार्यभार सौंपा गया। लेकिन न्यूज18 के मुताबिक पुराने अध्यक्ष के जाने के बाद राहुल के पास अपनी एक खास टीम है, जो उन्हें कामकाज में मदद करेगी। आज हम आपको राहुल गांधी की खास टीम के सदस्यों से रूबरू कराएंगे।

मुंबई की लोकल में भीख माँगकर गरीब बच्चों के लिए जुटाए एक करोड़ रुपये

मरीन इंजीनियर के रूप में करियर शुरू कर प्राइवेट कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट और देश के जाने माने संस्थान एसपी जैन मैनजमेंट कॉलेज, मुंबई के प्रोफेसर संदीप देसाई जिंदगी के एक ऐसे सफर में हैं, जिस पर चलना हर किसी के लिए संभव नहीं है।

राजस्थान में बनेगी हिंदी की इमेल आईडी

जयपुर। राजस्थान में अब हिंदी में भी ई-मेल आइडी बनाई जा सकेगी। राज्य सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने यह विशेष सुविधा विकसित की है। राजस्थान देश का पहला राज्य है जहां अंग्रेजी के अलावा किसी भाषा में ई-मेल आइडी बनाने की सुविधा है।

बाँए हाथ वाले बच्ची की पुकार सुनी कंपनी ने

दुनिया में 10 प्रतिशत लोग बाएं हाथ से काम करना और लिखना पसंद करते हैं। लेकिन भले ही बचपन से वे बाएं हाथ से काम करते हो लेकिन किसी न किसी काम को लेकर इन लेफ्टी-हैंडेड लोगों को परेशानी हो ही जाती है।
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