Saturday, April 27, 2024
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Monthly Archives: August, 2020

उम्र की शाम में उदासी नहीं, उमंग हो

हमंे स्कूलों में पैरेंट्स-डे के स्थान पर ग्रांड-पैरेंट्स-डे मनाना चाहिए। इससे जहां बच्चे अपने दादा-दादी के अनुभवों से लाभांवित होंगे वहीं दादा-दादी को बच्चों के इस तरह के दायित्व से जुड़कर एक सक्रियता मिलेगी।

हिंदी मत थोपें, केवल अंग्रेजी हटाएँ

यदि भारत सरकार इस नई शिक्षा नीति के साथ-साथ यह घोषणा भी कर देती कि सरकारी भर्तियों और उच्चतम सरकारी काम-काज में भी अंग्रेजी नहीं थोपी जाएगी तो सारा मामला हल हो जाता।

राम मंदिर की स्थापना के साथ राष्ट्र मंदिर की स्थापना

भारत के भाल पर लगे इस कलंक को मिटाने के लिए अनवरत रूप से प्रयास जारी रहे है। लाखों लोग राम जन्मभूमि के पुनरुत्थान के कार्य में शहीद हो गये, कईंयों के संकल्प आखरी सांस तक पूरे नहीं हो पाए। पर लगता है

पाकिस्तान ने कह, भारत रामनगर हो जाएगा

शेख रशीद ने कहा कि पाकिस्तान भारत और कश्मीरी मुसलमानों के साथ धार्मिक रूप से जुड़ा हुआ है और परीक्षा की इस घड़ी में हम उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे।

हम सबके राम, बनातेसब बिगड़े काम

राम भक्त वत्सल हैं, मित्र वत्सल हैं, प्रजा वत्सल हैं। उनकी एक जिंदगी में अनेक छवियां हैं। जिनसे सीखा जा सकता है। अयोध्या का मंदिर इन सद् विचारों, श्रेष्ठ जीवन मूल्यों का प्रेरक बने।

राम मंदिर पर प्रियंका गांधी के बयान ने बदले कांग्रेस के सुर

कांग्रेस ने कभी खुलकर न तो राम मंदिर का समर्थन किया और न विरोध किया। लेकिन अब लग रहा है कि कांग्रेस राम मंदिर निर्माण में पार्टी के योगदान को रेखांकित करने में जुट गई है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसीलिए

रक्षाबंधन के नाम पर सेक्युलर घोटाला

बहादुर शाह किले में लूटपाट कर वापिस चला गया। हुमायूँ चित्तोड़ आया। मगर पुरे एक वर्ष के बाद आया।परन्तु किसलिए आया?

दिया है बस पुरातन को नवीन आकार रघुनन्दन ।।

सुनो प्राणों से भी प्यारे, अरज करते हैं हम सारे । हमारी छोटी सी सेवा करो स्वीकार रघुनन्दन ।।

देखते ही देखते ढाँचा धूल में मिल गया और हजारों टन मलबा भी गायब हो गया

6 दिसंबर की सुबह 6 बजे मैं सरूयू नदी पर पहुँच गया, पता चला कि वहाँ तो रात भर से कार सेवकों के नहाकर एक मुठ्ठी रेत लेकर सिलसिला जारी था।

पथ निहारते नयन…. श्री राम जन्मभूमि पूजन

आज का दिवस वास्तव में भारतवर्ष के आत्मगौरव और परम वैभव पर पहुंचने के स्वप्न को साकार करने का दिवस है।सवा सौ करोड़ भारतीयों की आस्था, धैर्य, प्रतिक्षा,तपस्या के फलीभूत होने का दिवस है। जाग्रत आँखों से साकार होते स्वप्न के साक्षी बनने का दिवस है।
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