Monthly Archives: October, 2020
आईआईएमसी में पौधारोपण कर मनाई गई गांधी एवं शास्त्री जयंती
इस अवसर पर गांधी जी एवं शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्वांजलि दी गई। इसके बाद आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने स्वच्छता, सुरक्षा तथा पर्यावरण रक्षा से
स्वास्थ्य और चिकित्सा से ही हम आत्मनिर्भरता हासिल कर सकते हैं: वैद्य राजेश कोटेचा
जन चेतना जगाने, सस्ती और जेनेरिक दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए मंच ने कई अभियान चलाए और 50 हजार किलोमीटर की यात्रा भी की।
पोस्टकार्ड ने पूरा किया 151 साल का सफर
पोस्टमास्टर जनरल श्री कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि कम लिखे को ज़्यादा समझना की तर्ज पर पोस्टकार्ड न सिर्फ व्यक्तिगत बल्कि तमाम सामाजिक-साहित्यिक-धार्मिक - राजनैतिक आंदोलनों का
उसने गांधी को क्यों मारा
गांधी जयंती की पूर्व संध्या पर पाठकों के लिए उपलब्ध राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित अशोक कुमार पांडेय की नई किताब ‘उसने गांधी को क्यों मारा’ कई ज्वलंत तथ्यों को सामने लाती है।
विश्व के सबसे सफल संचारक थे गांधी : प्रो. शुक्ल
संचार के उद्देश्यों की बात की जाए, तो गांधी विश्व के सबसे सफल संचारक थे। अपने इसी गुण के कारण वह देश के अंतिम व्यक्ति तक अपनी बात पहुंचाने में सफल रहे।
हीनं दुष्यति इति हिन्दू
जो हीन भावना या दुर्भावना से दूर रहे मुक्त रहे वो हिन्दू है !
क्या आज भी गाँधी और उनका चिंतन प्रासंगिक है?
प्रणय कुमार - 0
प्रायः यह सवाल पूछा जाता है कि क्या गाँधी तेजी से बदलते वर्तमान परिदृश्य में भी प्रासंगिक हैं? यह प्रश्न और भी महत्त्वपूर्ण हो जाता है, जब हम समाज में इस ढ़ंग के जुमले सुनते हैं कि ''मज़बूरी का नाम महात्मा गाँधी!
हाथरस के हाथों राजस्थान की लाज लूटने का षड़यंत्र!
आप जब यह पढ़ रहे होंगे, तब तक राजस्थान के बारे में शुरू किए गए दुष्प्रचार की पोल खुल चुकी होगी।
महात्मा गांधी का बेटा हरिलाल मुसलमान क्यों हो गया?
अगर मुझे दुःख होता है कि मेरा बेटा शराब पीता है। तो यह मेरा मोह है कि में उसे मेरा बेटा मानता हूं। इसलिए दुःख पाता हूं।
गांधी महज़ सिद्धांत नहीं सरल व्यवहार है
गांधीजी स्वयं वकील थे पर गांधी ने अदालत में सच्चाई को पकड़ कर रखा कभी छोड़ा नहीं।सत्य से डिगे भी नहींं तभी तो हिन्दस्वराज्य में गांधीजी ने लिखा है कि मेरे सपनों का भारत मैं