Monthly Archives: November, 2020
आतंकवादी हमलों को स्वीकार नहीं करेगा नया भारत : मुरलीधरन
समारोह के दूसरे सत्र में 'विज्ञापन और जनसंपर्क उद्योग: COVID-19 युग में रचनात्मकता' विषय पर बोलते हुए गुडऐज़ के प्रमोटर श्री माधवेंद्र पुरी दास ने कहा कि पत्रकारिता और विज्ञापन एवं
सर्वोच्च न्यायालाय ने बताया अर्णव को क्यों दी जमानत
पीठ ने कहा कि उन नागरिकों के लिए इस अदालत के दरवाजें बंद नहीं किए जा सकते, जिन्होंने प्रथम दृष्टया यह दिखाया है कि राज्य ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया।
71वें ‘संविधान दिवस’ पर पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने डाककर्मियों को दिलाई शपथ
इस अवसर पर सहायक निदेशक प्रवीण प्रसून, लेखाधिकारी महेंद्र प्रताप वर्मा, सहायक लेखाधिकारी संतोषी कुमारी राय, अनुभाग पर्यवेक्षक अमरेन्द्र कुमार वर्मा, कार्यालय सहायक राजेन्द्र प्रसाद यादव,
अंग्रेजी लेखकों ने भारत को शूद्रविरोधी बता दिया और हमने मान लिया
शुभम वर्मा - 0
आज भारत में विदेशी पैसे से कई आन्दोलन ऐसे चल रहे हैं जिनका काम सिर्फ दलित और उच्च वर्ग के लोगों के बीच वैमनस्य की भावना को बढ़ाना है |
मध्य और पश्चिम रेलवे की होर्डिंग की आय बढ़ी
अनिल गलगली - 0
पश्चिम रेलवे के मंडल वाणिज्य अभय सानप ने अनिल गलगली को वर्ष 2015-16 से वर्ष 2019-20 इन 5 वर्षो का ब्यौरा दिया है।
हिंदुत्व कभी कट्टर और आक्रामक न रहा है, न होगा
प्रणय कुमार - 0
चिंतक-विचारक-राजनेता या सर्वसाधारण लोग भारत को भारत की दृष्टि से देखते, समझते और जानते रहे हैं उन्हें न तो इन शब्दों से कोई आपत्ति है, न इनके कथित उभार से।
उमंग एप की तिलस्मी दुनिया
अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूएई, नीदरलैंड्स, सिंगापुर, न्यूजीलैंड समेत कुछ चुनिंदा देशों के लिए सोमवार को उमंग ऐप का अंतरराष्ट्रीय संस्करण लांच किया गया है।
डॉ. अम्बेडकर नगर एवं प्रयागराज तथा दौंड एवं ग्वालियर के बीच वाया वसई रोड दो विशेष ट्रेनों का परिचालन
इस ट्रेन में एसी 2 टियर, एसी 3 टियर, शयनयान एवं द्वितीय श्रेणी के सीटिंग डिब्बे होंगे। ट्रेन सं. 04189 शाजापुर स्टेशन पर नहीं ठहरेगी। ट्रेन सं. 04190 को शाजापुर स्टेशन पर भी अतिरिक्त
अहमद पटेल चुनाव जीत गए थे और इंदिरा गांधी चुनाव हार गई थी
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पार्टी के कोषाध्यक्ष एवं सोनिया गांधी के राजनैतिक सलाहकार अहमद पटेल के निधन पर पूर्व केंद्रीय मंत्री मोतीलाल वोरा ने गहरी संवेदना प्रकट की है।
वो बलिदानी जिनके बलिदान के बारे में हम नहीं जानते
हुए, अपने जीवन में भी वैसा ही तप तथा त्याग पैदा करने की आवश्यकता है| पदलौलुप तथा कुर्सीनिष्ठ लोगों का त्याग कर केवल आर्य समाज का विस्तार, वेद प्रचार तथा समाज की सेवा ही