Monthly Archives: January, 2021
राष्ट्रीय मतदाता-दिवस और हमारी नागरिक-जिम्मेदारी
प्रणय कुमार - 0
दरअसल लोकतंत्र महज एक शासन-प्रणाली ही नहीं, जीवन-व्यवहार, दर्शन और संस्कार है। यह दर्शन और संस्कार भारत की चित्ति है, प्रवृत्ति है, प्रकृति है, संस्कृति है।
उज्जैन के महाकाल पंचांग में छपेगी राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की कविता…ये नववर्ष हमें स्वीकार नहीं
उन्होंने लिखा है आंग्ल नववर्ष के समय प्रकृति भी इस बात की इजाजत नहीं देती है, जबकि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा हिंदू नववर्ष के लिए वसुंधरा रंग बिरंगे फूलों से महकती है।
फिल्म ‘कैटडॉग’ किशोर अवस्था के वर्षों के संघर्षों की खोज करती है
यह पूछे जाने पर कि क्या बाल कलाकारों की मासूमियत को खत्म कर दिया गया है, गुहा नियोगी ने जवाब दिया ‘यह एक सचेत कार्य था।‘उन्होंने टिप्पणी की,
जाने-माने अभिनेता बिस्वजीत चटर्जी आईएफएफआई 51 के समापन समारोह में सम्मानित किया
बांग्लादेश पर हमला हो रहा था, तब मुंबई में प्रतिभाशाली निर्देशक रित्विक गटक मेरे साथ थे और हम बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के भाषणों से प्रेरित होते थे। फिर ऋत्विक दा के सुझाव के
जापानी फिल्म ‘वाइफ ऑफ ए स्पाई’ की कहानी
115 मिनट लंबी इस फिल्म का चयन 77वें वेनिस अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव की मुख्य प्रतिस्पर्धा श्रेणी के लिए किया गया था, जहाँ इसे सिल्वर लॉइन अवार्ड मिला था।
“हाईवेज़ ऑफ लाइफ (जीवन के राजमार्ग) मणिपुर के ट्रक ड्राइवरों और उनके संघर्ष की कहानी है”
अमरजीत सिंह माईबाम द्वारा बनाई गई यह डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स डिवीजन की 52 मिनट की फिल्म है, जो ट्रक ड्राइवरों के एक समूह की जीवन यात्रा को दर्शाती है,
अदालत चौराहे पर दिखेगी स्वतन्त्रता आन्दोलन की झलक,हाथी देंगे सलामी महाराणा प्रताप सर्किल पर रोटरी एवं अंडरपास बनेगा
स्वतन्त्रता आन्दोलन की प्रमुख घटनाओं को पत्थर की नक्कासी पर उकेरने के निर्देश दिये। तिरंगे को हाथ में लेकर आन्दोलनकारियों के संघर्ष को इसमें उकेरा जायेगा।
देश में अनुकरणीय होगीदेवनारायण नगर आवासीय योजना–धारीवाल
न्यास सचिव राजेश जोशी ने बताया कि आवेदन पत्र एवं पुस्तिका का शुल्क 100 रुपये हैं। आवेदन आई सी आई सी आई बैंक की कोटा स्थित किसी भी शाखा से प्राप्त किये जा सकते हैं।
600 करोड़ के नये कार्य मई तक शुरू होंगे
नगरीय विकास मंत्री धारीवाल ने जे.के.लॉन स्पोर्ट्स परिसर में 25 करोड़ से बनाये जा रहे स्पोर्ट काम्प्लेक्स के निरीक्षण दौरान कार्य मे गति ला कर समय पर पूर्ण करने को कहा
…और मंच से उतरते ही चौधरी लटूरी सिंह ने संन्यास ले लिया
नौंवें दिन मंच पर नाट्य शुरू हुआ। लटूरी सिंह के बेटे बेटिंयाँ बहुएं सभी नाट्य देखने जा चुके थे। पत्नी घर पर अकेली रह गई। रह रह कर मन में संदेह के बादल घुमड़ने लगते।