Thursday, May 2, 2024
spot_img

Monthly Archives: November, 2021

ये फिल्म देश के नकारा शासन तंत्र की क्रूरता और बेशर्मी को सामने लाती है

निर्देशक को उम्मीद है कि फिल्म‘एक्ट-1978’ बदलाव की लहर पैदा करेगी,दर्शकों को गंभीर चिंतन और प्रबुद्ध कार्रवाई के लिए प्रेरित करेगी। उन्होंने कहा "एक बदलाव की जरूरत है,और मैंने इस फिल्म के जरिए बदलाव के लिए

क्या क्रिप्टो करंसी पर चलेगा भारत सरकार का हथौड़ा ?

आपका सवाल बिल्कुल वाजिब है किंतु आप जानिए एक समानांतर अर्थव्यवस्था जैसा मैंने पूर्व में कहा किसी भी राष्ट्र की अर्थव्यवस्था को चौपट कर सकती है।

हिंदी पर नेताओँ और अधिकारियों के बोल वचनः बस बोलते हैं, करते कुछ नहीं

अपने स्‍वागत उद्बोधन में राजभाषा विभाग की सचिव सुश्री अंशुली आर्या ने कहा कि राजभाषा सबंधी संवैधानिक प्रावधानों का अनुपालन करने एवं सरकारी कामकाज में हिंदी के प्रयोग को बढ़ावा देने के लिए राजभाषा विभाग सतत प्रयासरत है ।

भारत की कहानी दुनिया को बताएं : मोनिका अरोड़ा

'भारतीय संविधान : भारतीय मूल्यों की अभिव्यक्ति' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रीमती अरोड़ा ने कहा कि आज पूरी दुनिया जिस शांति के मार्ग को ढूंढ रही है, उसका रास्ता भारत के संविधान से होकर गुजरता है।

नवगीत वाङ्मय : एक स्वागतयोग्य संकलन

'गीत और नवगीत' की 'अपनी-अपनी मठाधीशी' से आहत इस संग्रह के अंतिम नवगीतकार रमाकांत नवगीत को आन्दोलनधर्मी मानते हैं।

जहाँ रहो हो वहाँ रौशनी लुटाओ तो …

जहाँ रहो हो वहाँ रौशनी लुटाओ तो । चिराग़ हो तो ज़रा जम के जगमगाओ तो ।।

यदि दिव्‍यांग प्रकृति से निस्‍वार्थ प्रेम कर सकते हैं, तो हम क्‍यों नहीं कर सकते?

तलेदंड भारतीय पैनोरमा फीचर फिल्‍म है। यह मानसिक रूप से निशक्‍त युवक कुन्‍ना की कहानी है, जिसे प्रकृति के प्रति असीम प्रेम अपने पिता से विरासत में मिला है।

“मारीचझापी की लड़ाई हमारे इतिहास की किताबों में क्यों नहीं है, जहां सिर्फ एक रात में 15,000 लोग मारे गए थे”

उन्होंने याद किया कि उन्हें सीबीएफसी द्वारा फिल्म को प्रमाणित करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ा था, लेकिन एक बार बोर्ड द्वारा मंजूरी मिलने के बाद, यह वायरल हो गई।

हारने के दौरान ही आप संपूर्णता की प्राप्ति करते हैं: निर्देशक गिउलिओ मुसी

एना की देखभाल करने वाली नर्स की भूमिका निभाने वाली अभिनेत्री लुईस राइम ने वर्ल्ड प्रीमियर और आईएफएफआई में फिल्म के स्वागत पर प्रसन्नता व्यक्त की।

ब्राजील के फिल्म निर्माता रोड्रिगो डी ओलिवेरा ‘द फर्स्ट फॉलन’ पहले नायकों- एलजीबीटीक्यू समुदाय- के गैर-दस्‍तावेजी इतिहास की झलक

आईएफएफआई में इस फिल्म के स्वागत पर खुशी जताते हुए ओलिवेरा ने कहा, 'यह देखकर खुशी हुई कि यह फिल्म कितनी लोकप्रिय हो गई है क्योंकि इसे पैक्ड हाउस में दिखाया गया था। इसका अद्भुत अनुभव मिला।'
- Advertisment -
Google search engine

Most Read