Monthly Archives: February, 2022
उप्र की राजनीति में अब गर्माया आतंकवाद का मुददा
हरदोई में चुनावी जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे घटनाक्रम पर विस्तार से प्रकाशडालते हुए समाजवादी पार्टी को बैकफुट पर ला दिया है
चलती रेलों और स्टेशनों पर भटकती रुहानी ताकतें
जैसा कि हम अखबारों में पढ़ते हैं और टीवी पर समाचारों में देखते है कि आये दिन फलां मौलवी या औलिया ने किसी महिला को नशीला पदार्थ खिला कर उसका शील भंग कर दिया और उसकी विडियो फिल्म बना कर उसे ब्लैक मेल करने लगा
सनातन भारत की यात्रा कराती हैं ध्यान पासिका की कलाकृतियां : दत्तात्रेय होसबोले
इस अवसर पर डॉ. चंद्र प्रकाश द्विवेदी ने ध्यान पासिका की परिकल्पना को असाधारण बताते हुए कहा कि कोई भी घर पेंटिंग के बिना पूरा नहीं हो सकता। जिस घर में पेंटिंग है, वही घर पूर्ण है। सनातन भारत को दिखाती ये कलाकृतियां आपको पूर्णता का अनुभव कराती हैं।
पर्वतीय पर्यटन पुस्तक का विमोचनः पर्यटन और खादी में रोजगार की अपार संभावनाएं– पंकज मेहता
लेखक डॉ.सिंघल ने पुस्तक की भूमिका की जानकारी देते हुए बताया कि विश्व एवं भारत के पर्वतों की संरचना, निर्माण प्रक्रिया, विशेषताएं, महत्व के साथ - साथ पर्यटन में योगदान को रेखंकित किया गया हैं।
बाईबल की बेहूदा कहानियां
पांचवीं शताब्दी के ईसाई धर्मशास्त्री अगस्तीन मानता था कि बिब्लिकल समय में चमत्कार किए और दिखाए जाते थे, ताकि चमत्कार के माध्यम से लोगों में बाइबल के परमेश्वर पर विश्वास जगे और इस विश्वास से लोग परमेश्वर की कृपा के पात्र बनें।
गुरु ग्रन्थ साहिब में मांस शराब नशे आदि का खन्डन
अर्थात - हे मोमन ! तू ईश्वर को रिझाने के लिये रोजा.. या व्रत रखता है और अपनी रसना के सुवाद के लिये जीवों का घात करता है, तू अपना स्वाद देखता पर दूसरे के दुःख को अनुभव नहीं करता और इसको धर्म समझता है। अरे! क्यों झक मारता है।
हमारी भाषाएं, हमारे वर्तमान को अतीत से जोड़ने वाला सूत्र है: श्री नायडु
अंत में यह याद रखें कि भाषा ही लोगों के बीच संवाद का वह सूत्र है जो किसी समुदाय को बनाता है। अगर हम अपनी मातृभाषा को भूलते हैं तो हम अपनी पहचान खोते हैं, अपना आत्म सम्मान, अपना आत्म विश्वास खो देते हैं।
हमें पढ़ाया जा रहा है कि हिंदुओं ने मंदिर तोड़े
इसके बाद ईटन लिखते हैं कि "लेकिन #मुस्लिम_आक्रांताओं द्वारा साउथ एशिया में निरन्तर हिन्दू मंदिर तोड़े जाने का रिकॉर्ड उपलब्ध है और इस मामले में एकमात्र व्यक्ति ने काम किया है, वह है सीताराम गोयल।"
हमें पढ़ाए गए झूठे इतिहास की असलियत जानना है तो ये पुस्तकें पढ़ें
आजादी के बाद से 'लाल टिड्डे इतिहासकारों' के लिखे इसी तरह के गलत इतिहास को पढ़ाया जा रहा है, और यही झूठ पढ़ा कर तथाकथित सेक्यूलर नौकरशाही तैयार की जा रही है।
मजदूर की बेटी कक्षा-6 की छात्रा ने 7 लाख के सोने के जेवरों से भरा बैग लौटाया
रीना ने बताया कि वह खेत से लौट रही थी। तब उसे रास्ते में बैग मिला। वह काफी देर तक वहां खड़ी रहीं। जब बैग लेने कोई नहीं आया तो आधे घंटे बाद वह बैग लेकर घर आ गई।