ज्यादातर लोग आम बीमारियों पर दर्द निवारक दवाएं लेते हैं, जिनमें सामान्य बुखार से लेकर तेज बुखार, बदनदर्द, हरारत की बीमारी को ठीक करने के लिए पैरासीटामॉल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन हाल ही में हुए एक शोध से पता चला है कि पैरासीटामॉल का अत्यधिक सेवन दिल और लिबर पर विपरीत प्रभाव डालता है, जिससे अधिकांश लोगों का लीवर खराब हो जाता है।
इसके लगातार सेवन से काक्स 2 एन्जाइम को शरीर में काम करने से रोकता है, जो सीधा लीवर पर विपरीत असर डालता है। एक जानकारी के अनुसार ब्रिटिश वैज्ञानिकों ने लगभग छह लाख से ज्यादा मरीजों पर परीक्षण शोध कर निष्कर्ष निकला है कि हृदयघात के साथ साथ रक्तस्त्रव व उदर में छाले भी इससे संभव हैं। नियमित रूप से लंबे समय तक पैरासीटामॉल सेवन से 60 प्रतिशत से ज्यादा मरीज आकस्मिक मौत के शिकार होते हैं।
पैरासीटामॉल की टेबलेट अत्यधिक मात्र में नहीं लेना चाहिए। इससे इनका सीधा असर लिबर पर होता है, इसलिए बिना चिकित्सक की अनुमति के इस तरह की पेनकिलर नहीं लेना चाहिए।