ओलंपिक में चारों तरफ भारतीय खिलाड़ियों की हार को केंद्र सरकार ने गंभीरता से लिया है। इधर केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के सुरक्षा गार्ड का वीडिओ सामने आने के बाद तो भारत सरकार के अधिकारियों ने महसूस किया कि इतने सालों में खिलाड़ियों पर यूँ ही फालतू खर्चा कर ओलंपिक में भेजा। इसकी बजाय अगर महेश शर्मा के गार्ड को भेजा होता तो मुक्के बाजी में भारत को स्वर्ण पदक आसानी से मिल सकता था।
खेल मंत्रालय ने इस मामले में एक गोपनीय नोट प्रधान मंत्री कार्यालय को भेजकर अपनी खेल नीति में बदलाव का सुझाव दिया है। इस नोट में कहा गया है कि भारत सरकार के पास इतने प्रशिक्षित, योग्य हुनरमंद सुरक्षा गार्ड हैं जो मंत्रियों की जी हुजूरी में अपना समय बर्बाद कर रहे हैं, अगर इनको ओलंपिक में भेजा जाए तो अपने घूँसा कौशल से ये दुनिया के किसी भी देश के अच्छे से अच्छे घूँसेबाज को धूल चटा सकते हैं। जब मंत्री का एक सुरक्षा गार्ड गेट खोलने मे दो मिनट की देर होने पर किसी सोसायटी के गार्ड को घूँसे मार सकता है तो उसे ओलंपिक में भेजें तो वह क्या कमाल नहीं दिखा सकता।
जब इस नोट की जानकारी केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को मिली तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा, उन्होंने कहा कि मीडिया मेरे सुरक्षा गार्ड के खिलाफ इसलिए दुष्प्रचार कर रहा है कि सके जैसे होनहार लोगों को ओलंपिक में जाने से वंचित कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रधान मंत्री कार्यालय को इस मामले में तत्काल एक्शन लेना चाहिए।
जब से इस नोट की जानकारी अन्य मंत्रियों को मिली है, वे अपने सुरक्षा गार्ड को हड़काने में लगे हैं और उन्हें ताने मार रहे हैं कि हमारी गाड़ियों पर भूखे-नंगे, फटेहाल लोग आए दिन आवेदन पत्र लेकर मंडराते रहते हैं और तुम लोग उनको धक्का तक नहीं दे सकते, और उधर देखो महेश शर्मा के गार्ड की हिम्मत और होशियारी उसने दो चार घूँसे में ही एक सोसायटी के सुरक्षा गार्ड को अधमरा कर दिया। इन मंत्रियों ने अपने सुरक्षा गार्डों को साफ चेतावनी दे दी है कि अगर नौकरी बचाना है तो हफ्ते में कम से कम एक बार वो अपनी घूँसेबाजी का कौशल किसी आम आदमी पर दिखाएँ नहीं तो घर बैठने के लिए तैयार रहें। कई मंत्रियों ने तो महेश शर्मा के गार्ड के इस पराक्रम का ये वीडिओ अपने मोबाईल में सेव कर लिया है और अपने सुरक्षा गार्डों को दिखाकर उन्हें बता रहे हैं कि सुरक्षा गार्ड का काम क्या होता है।
एक मंत्री की बीबी ने अपने मंत्री पति की मौजूदगी में उसके सुरक्षा गार्ड के नकारा बताते हुए कहा कि एक बार जब मैं एक गाँव में मंत्रीजी के साथ दौरे पर थी और कार से उतर रही थी तो पास में ही एक आदमी ने जोर से कुल्ला कर दिया और उसके पानी के छींटे मेरी कीमती विदेशी साड़ी पर गिरे, सुरक्षा गार्ड पान की दुकान पर गुटखा खाते हुए ये सब चुपचाप देखता रहा।
कुछ भी हो, खेल मंत्रालय के इस नोट से केंद्रीय संस्कृति मंत्री महेश शर्मा बहुत उत्साहित हैं और उन्होंने आशा व्यक्त की है कि अगर मेरे गार्ड को ओलंपिक में जाने का मौका मिला तो वो घूँसेबाजी के अपने कौशल से मुक्केबाजी में तो मैडल जीतेगा ही, उसका बस चलेगा तो दूसरे खिलाड़ियों के जीते हुए मैडल भी घूँसे देकर छीन लाएगा।