नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने सत्र 2020 के परीक्षा पैटर्न में बदलाव कर प्रैक्टिकल और इंटरनल असेसमेंट को उन ज्यादातर विषयों में भी लागू कर दिया है, जिनमें अभी तक यह लागू नहीं था। बताया जा रहा है कि इंटरनल असेसमेंट 20 अंकों का होगा, जिसमें पास होने के लिए छात्रों को कम से कम छह नंबर हासिल करने होंगे। बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए थ्योरी, प्रोजेक्ट और इंटरनल असेसमेंट में न्यूनतम अंक की सूची जारी कर दी है।
सीबीएसई के सर्कुलर में कहा गया है कि प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल परीक्षा लेने के लिए बोर्ड द्वारा परीक्षक नियुक्त किया जाएगा। वहीं, इंटरनल असेसमेंट स्कूल के ही शिक्षकों द्वारा किया जाएगा। इसके अलावा, दसवीं के छात्रों को पास होने के लिए हर विषय में प्रैक्टिकल और थ्योरी में मिलाकर 33 प्रतिशत अंक ही लाने होंगे। मगर, 12वीं के छात्रों को पास होने के लिए प्रैक्टिकल, थ्योरी और इंटरनल असेसमेंट में अलग-अलग 33 फीसद अंक लाने होंगे।
12वीं कक्षा में पहले हिंदी, अंग्रेजी, गणित आदि विषयों की परीक्षा 100 अंक की होती थी। मगर, नई व्यवस्था के अनुसार अब इनमें भी 20 अंकों का इंटरनल असेसमेंट भी कराया जाएगा। सर्कुलर में कहा गया है कि 70 अंकों की परीक्षा वाले पेपर में छात्रों को पास होने के लिए कम से कम 23 नंबर लाने होंगे। वहीं, 30 अंकों की प्रैक्टिकल परीक्षा में नौ अंक लाने अनिवार्य होंगे।
सीबीएसई ने प्री-बोर्ड परीक्षा के लिए टाइम टेबल जारी कर दिया है। इसके अनुसार, 10वीं और 12वीं कक्षा की प्री-बोर्ड परीक्षाएं 16 से 30 दिसंबर तक होंगी। इसके साथ ही विद्यालयों को यह भी निर्देश दिया है कि प्री-बोर्ड परीक्षाएं दो शिफ्ट में कराने की जगह एक शिफ्ट में कराएं। सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने बताया कि बदले परीक्षा पैटर्न के बारे में सभी स्कूलों को जानकारी दे दी गई है। छात्रों को बोर्ड परीक्षा के लिए तैयार करने के लिए प्री-बोर्ड परीक्षा भी इसी पैटर्न पर की जाएगी।