भोपाल। “सभी खिलाड़ी उन सक्षम लोगों के लिए प्रेरणा है जो केवल आलस के कारण खेलों से अपनी दूरी बनाते हैं ” यह कहना था कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय डॉ आरजे राव का जिन्होंने नागेश ट्रॉफी टूर्नामेंट की औपचरिक शुरुआत अपनी आँखों मे पट्टी बांधकर घुँगरू वाली स्पेशल बॉल से शॉट लगाकर की | इसके बाद उन्होंने सभी खिलाडियों की इस खेल मे विशेष सामर्थ्यता पर बधाई दी |
मुख्य अतिथि प्रार्थना शर्मा, सचिव रेड क्रॉस सोसाइटी ने अपने वक्तव्य में सभी खिलाड़ियों और कैबी को बधाई देते हुए कहा कि दिव्यांग होना कोई अपात्रता नहीं और वह जो भी कर रहे हैं वह सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि बुधवार,13 नवंबर के दिन रेड क्रॉस भवन मे इन सभी खिलाड़ियों के लिए विशेष हेल्थ चेकअप शिविर का आयोजन किया गया है।।
मध्य प्रदेश ब्लाइंड क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉक्टर राघवेंद्र शर्मा ने अपने धन्यवाद् उद्बोधन में कहा कि बच्चों में आत्महत्या की बढ़ती घटनाओं के पीछे रियल लाइफ हीरोज की कमी है |बच्चे रियल लाइफ हीरोज की नकल करने का प्रयास करते हैं।अपने वक्तव्य को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि सोनू गोलकर जैसे खिलाड़ी देश के लिए प्रेरणा है जो अपनी निशक्ता को अपनी शक्ति बनाकर देश का तिरंगा समस्त विश्व में फहरा रहे हैं। अन्य गणमान्य अतिथियों में डॉक्टर अखिलेश शर्मा (डायरेक्टर स्पोर्ट्स बीयू), डॉक्टर रूप सिंह, सोनू गोलकर (राष्ट्रीय खिलाड़ी), श्री प्रतीक (मैनेजर ऑफ ऑपरेशंस कैबी) मौजूद रहे।
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के मैदान मेमंगलवार 12 नवंबर 2019 को एक अलग ही उमंग और उत्साह देखने को मिला जहां देशभर से आई हुई चार प्रदेशों (मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात और उत्तराखंड) की दृष्टिबाधित टीमों का कैबी (क्रिकेट एसोसिएशन फॉर ब्लाइंड इन इंडिया) द्वारा आयोजित द्वितीय नागेश ट्रॉफी में आमना सामना हुआ।