मुंबई। बालीवुड के जाने माने साउंड डिज़ाइनर सुभाष साहू की लघु फ़िल्म ‘नौक़ नौक़ ‘ मुंबई अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव केराष्ट्रीय प्रतियोगी सेक्शन में आज दिखायी गई . यह फ़िल्म मुंबई जैसे महानगर में बहुमंजली इमारतों में सुरक्षा की चुनौतियों के बारे में है , यह फ़िल्म दिखती है कि यदिचौकन्ने हों तो बिल्डिंग के बच्चे तक भी चोरों से निपट सकते हैं.
गोरेगाँव की बहुमंजली बिल्डिंग मंत्री सीरीन में शूट की गई इस फ़िल्म में जो परिवार और कपल दिखाए गए हैं वे आफ़िससे आ कर भी या तो आफिस के काम में लगे रहते हैं या फिर अपने अपने मोबाइल पर वहाट्स अप और फ़ेसबुक कीआभासी दुनिया में लगे रहते हैं , उनके पास परिवार और विशेषकर बच्चों के लिए समय नहीं है . ऐसे ही परिवारों के दोबच्चे अपने माता पिता की उपेक्षा के कारण बिल्डिंग में ही टाईम पास करते रहते हैं , इसी टाईम पास के दौरान उन्हें पताचलता है कि बिल्डिंग के बड़ों के काम पर जाने के बाद बिल्डिंग चोरों के निशाने पर है , वे अपनी सूझ बूझ से चोर कोपकड़वा देते हैं .
निर्माता सुभाष बताते हैं कि फ़िल्म की रूप रेखा बिल्डिंग में एक पार्टी के दौरान उन्हें सूझी थी , फ़िल्म के सभी अभिनेत्रीउनकी बिल्डिंग के ही हैं और उन्होंने बिना किसी मेक़अप या पूर्व निर्धारित डायलाग के स्वयं ही इन पात्रों को जिया है.
प्रदीप गुप्ता फिल्म व संगीत समीक्षक हैं