मुंबई। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) देश भर में मनाए जा रहे आजादी के अमृत महोत्सव के तहत पूरे भारत में 10 साइकिल रैलियों का आयोजन कर रहा है। कुल 10 रैलियों में से सबसे लंबी रैली पुणे की ऐतिहासिक यरवदा जेल से शुरू होंगी और राजघाट, दिल्ली में समाप्त होगी। कुल 1,703 किलोमीटर लंबे मार्ग में रैली 27 दिनों की अवधि में महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थानों और भारत के स्वतंत्रता संग्राम के नायकों के जन्मस्थानों को कवर करेगी।
रैली को 4 सितंबर, 2021 शनिवार को यरवदा जेल, पुणे से सुबह 8 बजे झंडी दिखाकर रवाना किया जा रहा है। यरवदा जेल वह स्थान है जहां ऐतिहासिक पूना एक्ट पर हस्ताक्षर किए गए थे जब गांधीजी ने सांप्रदायिक अवॉर्ड के विरोध में उपवास किया था। गांधी जी को इस जेल में तीन बार रखा गया था।
रैली 27वें दिन राष्ट्रपिता की जयंती 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की समाधि राजघाट पर सम्पन्न होगी। रैली का आयोजन देश के युवाओं को हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की बहादुर कहानियों और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के गुमनाम नायकों द्वारा किए गए बलिदानों से जोड़ने के लिए किया जा रहा है।
रैली में 12 सीआईएसएफ साइकिल चालकों की एक टीम भाग लेगी, जिसका नेतृत्व एक सहायक उप निरीक्षक करेंगे। सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति साइकिल रैली को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। इसके बाद रैली आगा खान पैलेस जाएगी, जहां महात्मा गांधी को स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कैद में रखा गया था। यह वह स्थान है जहां गांधीजी ने 8 अगस्त, 1942 को भारत छोड़ो का आह्वान करने के बाद 21 महीने तक रहे। इस अवधि के दौरान, महात्मा जी ने अपनी पत्नी कस्तूरबा और उनके सचिव नारायण देसाई को खो दिया। इन दोनों की समाधि प्रसिद्ध वास्तुकार चार्ल्स कोरिया द्वारा निर्मित पुणे के इस भव्य महल में स्थित है।
यरवदा जेल और आगा खान पैलेस में दो अलग-अलग समारोह होंगे। रैली सुबह 10 बजे आगा खां पैलेस पहुंचेगी। उसका अगला गंतव्य स्थान राजगुरुनगर होगा। साइकिल रैली राजगुरुनगर, संतवाड़ी, संगमनेर, नासिक में भारतीय सुरक्षा प्रेस, चांदवाड़, अरवी शहर और महाराष्ट्र के शिरपुर फाटा से होकर गुजरेगी।
अपने 15वें दिन साइकिल रैली भोपाल पहुंचेगी। उपनिरीक्षक धीरज कुमार जेनिस के नेतृत्व में साइकिल चालकों की टीम 24वें दिन मध्य प्रदेश के धौलपुर से उत्तर प्रदेश के आगरा के लिए रवाना होगी।
रैली में शामिल किए जा रहे कुछ ऐतिहासिक स्थानों में राजगुरुनगर (स्वतंत्रता सेनानी राजगुरु का जन्मस्थान), मध्य प्रदेश में भावरा (चंद्रशेखर आजाद का जन्मस्थान) और शिवपुरी (तात्या टोपे की मृत्यु स्थान) भी मध्य प्रदेश में हैं।
कार्यक्रम के आयोजन में कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाएगा।
सीआईएसएफ भारत का एक सशस्त्र बल है, जो राष्ट्रीय स्मारकों के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा करता है।