भोपाल। सरवास इंटरनेशनल विश्व के 110 से भी ज्यादा देशों में कार्यरत राष्ट्रीय सरवास समूहों का एक नान प्रॉफिट गैर-सरकारी संघ है। इसके सदस्यों द्वारा यात्रियों और उनके पारिवारिक मेजबानों का एक अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क कायम किया जाता है। जिसका उद्देश्य विभिन्न संस्कृतियों, पृष्ठभूमि और राष्ट्रीयताओं के लोगों के मध्य व्यक्तिगत और पारिवारिक मेल मिलाप के माध्यम से निजी संपर्क के अवसर उपलब्ध करवा कर वैश्विक शांति, सद्भावना और आपसी समझ विकसित करने में मदद करना है।
सरवास इंटरनेशनल से संबंधता प्राप्त सरवास इंडिया फाउंडेशन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के त्रिवर्षीय चुनाव कर्नाटक राज्य के पुरातत्व महत्व के ऐतिहासिक शहर हम्पी में 8 जनवरी 2023 को संपन्न हुए। इस चुनावी प्रक्रिया के परिणामों में मध्यप्रदेश के लिए विशेष महत्व की बात यह रही कि सरावस इंडिया के 72 साल के इतिहास में मध्यप्रदेश को पहली बार प्रतिनिधित्व मिला है। मध्यप्रदेश के गौरवशाली इंजीनियरिंग कॉलेज श्री गोविंदराम सेकसरिया प्रोद्योगिकी एवम विज्ञान संस्थान (एस जी एस आई टी एस) के इलेक्ट्रॉनिक्स एवम टेलीकम्युनिकेशन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अंजना जैन ने सरवास इंडिया की कार्यकारिणी में डिप्टी नेशनल सेक्रेटरी के पद पर अपनी उपस्थिति दर्ज की हैं। इनके साथ ही इंदौर के ही श्री प्रकाश व्यवहारे अध्यक्ष पद हेतु चुने गए हैं।
श्रीमती अंजना राजकुमार जैन ने बताया कि सरवास विश्व के विभिन्न देशों में रह रहे परिवारों को मेलजोल, आत्मीयता और मित्रता के धागों में गूंथकर वैश्विक शांति और सद्भावना बढ़ाने का काम करने वाली संस्था है। इस संस्था के प्रमुख उद्देश्य मेरी विचारधारा से मिलते जुलते हैं । लगभग पांच वर्ष पहले मैं इस संस्था के संपर्क में आई और वैश्विक शांति के क्षेत्र में सरवास द्वारा किए जा रहे ठोस और जमीनी कार्यों से प्रभावित होकर मैं इस संस्था से जुड़ी और इनके विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेना शुरू किया। दिसंबर 2022 में पूना के समीप पंचगनी में संपन्न सरवास की अंतरराष्ट्रीय सभा में भी भागीदारी करने का अवसर मिला। इस चार दिवसीय सभा में 40 से अधिक सदस्य देशों जैसे अमेरिका, कोरिया, कोस्टारिका, फिनलैंड, ताइवान, स्वीडन, क्रोशिया, किर्गिस्तान, ब्रिटेन, बांग्लादेश, थाईलैंड, स्विटजरलैंड, ईरान आदि देशों के कई परिवारों से मिलने और चर्चा करने का दुर्लभ अवसर मिला। यहां जब हम में घरेलू और सामाजिक स्तर पर आपस में बातचीत करते हैं तो समझ में आता है कि भले ही हम भिन्न भिन्न भौगौलिक और राजनैतिक परिस्थितियों में अपना जीवन निर्वाह कर रहे हैं लेकिन हम सभी लोग आपसी लड़ाई की बजाय शांति को प्राथमिकता देते हैं। सभी देशों के लोग अपने परिवार की खुशहाली के लिए त्याग करतें हैं।
हर देश के निवासी अपने राष्ट्र को समृद्ध देखना चाहते हैं। मेरा मानना है कि जब हम अन्य देशों के परिवारों से मिलते हैं और उनके साथ उनके परिवार का अंग बनकर समय गुजारते हैं तो हमारे मन में बसे पूर्वाग्रह दूर होते है और वैश्विक शांति का मार्ग प्रशस्त होता है।
सवारस फाउंडेशन इंडिया में डिप्टी नेशनल सेक्रेटरी का पद बहुत अहम होकर एक जिम्मेदार और चुनौतीपूर्ण पद है। अपने कार्यकाल में मैं सरवास के उद्देश्यों को सामने रख सभी के सहयोग और मार्गदर्शन से भारतीय परिवारों की खुशहाली और वैश्विक शांति के लिए काम करना चाहूंगी।