दिल के दौरे का जोखिम मानो बढ़ते ही जा रहे है। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, सभी को दिल के बीमारी से खतरा है। हार्ट अटैक दिल की बीमारीयों मैं प्रमुख माना जाता हैं, जो पुरे विश्व मैं तेज़ी से फैल रही है। हार्ट अटैक की रोकथाम के लिए पश्चिम रेलवे के डॉ. शिशिर कुमार राउल, वरिष्ठ इंटरवेंशनल, हृदय रोग विशेषज्ञ, जगजीवन राम अस्पताल, मुंबई सेंट्रल द्वारा इसकी रोकथाम के उपाय बताए गए हैं :-
1-एनजाइना और हार्ट अटैक एक ही है या दो अलग-अलग बीमारियाँ हैं?
एनजाइना को रेट्रोस्टर्नल चेस्ट पेन/दबाव, जलन या भारीपन के रूप में परिभाषित किया गया है; कभी-कभी यह गर्दन, जबड़े, अधिजठर, कंधे या बायीं बांह तक फैलता है परंतु यह कभी भी निचले जबड़े के ऊपर या नाभि के नीचे नहीं फैलता है। यह व्यायाम, ठंड के मौसम या भावनात्मक तनाव से उत्पन्न होता है और इसमें आराम या सब्लिंगुअल नाइट्रेट से राहत मिलती है। यह 2-10 मिनट तक रहता है।
मायोकार्डियल इंफाक्शर्न (दिल का दौरा) इस इकाई का सबसे गंभीर रूप है जिसमें अचानक सीने में दर्द शुरू हो जाता है जो अक्सर सांस की तकलीफ, कमजोरी, मितली या उल्टी से जुड़ा होता है। यह आमतौर पर >/=30 मिनट तक रहता है।