पश्चिम रेलवे पर चलने वाली 4 वंदे भारत एक्सप्रेस को यात्रियों से मिला अच्छा प्रतिसाद
भारतीय रेल ने देश के बहुमुखी विकास में बड़ा योगदान दिया है। आरामदायक और उन्नत रेल यात्रा अनुभव के एक नए युग की शुरुआत करते हुए नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें रेल परिवहन में उभरते भारत की शक्ति का नया चेहरा बन गई हैं। यह आधुनिक सेमी हाई स्पीड ट्रेन ‘आत्मनिर्भर भारत’ का एक उत्कृष्ट प्रतीक एवं उदाहरण है तथा बेहतर डिजाइन, इंटीरियर और गति के मानदंडों पर भारतीय रेल के लिए बड़े कदमों में से एक है, जो यात्रियों को एक सुखद यात्रा अनुभव प्रदान करती है। इन ट्रेनों की लोकप्रियता दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है तथा अधिक से अधिक यात्री इन ट्रेनों से यात्रा करना पसंद कर रहे हैं। यह इस बात से स्पष्ट है कि ये ट्रेनें लगभग पूरी क्षमता के साथ चल रही हैं।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री सुमित ठाकुर द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार वर्तमान में पश्चिम रेलवे पर चार वंदे भारत ट्रेनें अर्थात मुंबई-गांधीनगर केपिटल, अहमदाबाद-जामनगर, अहमदाबाद (साबरमती)-जोधपुर और इंदौर-भोपाल-नागपुर चल रही हैं। वंदे भारत ट्रेनों ने रेल यात्रा को एक नया आयाम प्रदान किया है और यात्रियों के बीच जल्द लोकप्रिय हो गई है। यात्रियों ने अन्य ट्रेनों की तुलना में वंदे भारत ट्रेनों के आरामदायक यात्रा का स्तर, आलीशान आंतरिक सज्जा, परोसे जाने वाले विभिन्न प्रकार के स्वस्थ और स्वादिष्ट भोजन तथा कम यात्रा समय की सराहना की है। उन्होंने वंदे भारत ट्रेनों की यात्रा को विमान से यात्रा के बराबर बताया है, जिसमें चेक-इन की कम परेशानी और अधिक किफायती मूल्य निर्धारण शामिल है।
श्री ठाकुर ने बताया कि पश्चिम रेलवे पर चलने वाली वंदे भारत ट्रेनें हमारे विविध और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध राष्ट्र के सार को जोड़ती हैं। वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें आर्थिक एकता के प्रमाण के रूप में खड़ी हैं, जो मुंबई, सूरत, अहमदाबाद जैसे प्रमुख व्यापारिक केंद्रों के साथ-साथ वापी, वलसाड, जामनगर, साणंद, नागपुर के औद्योगिक शहरों को तेज और कुशल कनेक्टिविटी प्रदान करती हैं। यह व्यवसाय वृद्धि के लिए उत्प्रेरक है, जो देश भर में व्यापार और वाणिज्य के प्रवाह को प्रोत्साहित करता है। यात्री मार्ग में मनमोहक प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते हैं। ये ट्रेनें अविश्वसनीय रोमांच और गहन आध्यात्मिक यात्राओं का प्रवेश द्वार भी हैं। यह जोधपुर, आबू रोड जैसे प्रतिष्ठित पर्यटन स्थलों और उज्जैन, इंदौर, साबरमती एवं पालनपुर जैसे धार्मिक स्थानों को जोड़ता है।
इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हुए श्री ठाकुर ने बताया कि पश्चिम रेलवे की मुंबई-गांधीनगर केपिटल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन देश की तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस थी, जिसे 30 सितंबर, 2022 को शुरू किया गया था। यह राज्य की राजधानियों मुंबई और गुजरात को जोड़ती है तथा मार्ग में सात जिलों को कवर करते हुए बोरीवली, वापी, सूरत, वडोदरा और अहमदाबाद स्टेशनों पर रुकती है। 130% से अधिक की औसत ऑक्यूपेंसी के साथ यह ट्रेन यात्रियों के बीच शीघ्र लोकप्रिय हो गई है। इस ट्रेन की मांग सभी आयु वर्गों के बीच बहुत अधिक है, विशेषकर 31 से 45 वर्ष के आयु वर्ग के यात्रियों की संख्या 33% से अधिक है, इसके बाद 46 से 60 वर्ष के आयु वर्ग के यात्री हैं, जिनकी संख्या 25% से अधिक है, जबकि 15 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के यात्रियों की संख्या लगभग 24% है। वरिष्ठ नागरिक लगभग 14% हैं। साथ ही, इस ट्रेन से यात्रा में आसानी के कारण महिला यात्री वंदे भारत ट्रेनों को सबसे अधिक प्राथमिकता दे रही हैं। इसी तरह, पश्चिम रेलवे की अहमदाबाद-जामनगर, अहमदाबाद (साबरमती)-जोधपुर और इंदौर-नागपुर वंदे भारत ट्रेनों को भी 25 से 45 वर्ष की आयु वर्ग के युवाओं, व्यापारिक यात्रियों, पर्यटकों से अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। ये वंदे भारत ट्रेनें ट्रेन यात्रा के आनंद के साथ वायुयानों की तरह तेज, आरामदायक और स्टाइलिश यात्रा का अनूठा अनुभव प्रदान करती हैं, जिसके कारण इसकी ऑक्यूपेंसी बहुत अधिक है।
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें सबसे पसंदीदा ट्रेन बन गई है और यात्रियों के लिए यात्रा का सबसे पसंदीदा माध्यम भी हो गया है। इसकी अपार लोकप्रियता को सोशल मीडिया पर देखा जा सकता है, जहां लोग वंदे भारत ट्रेनों के साथ अपनी सेल्फी अपलोड कर रहे हैं और अपने यात्रा अनुभव के वीडियो बना रहे हैं। भारतीय रेल हर किसी को इस आधुनिक और शानदार ट्रेन में यात्रा करने के लिए आमंत्रित करती है जिसके लिए हम गर्व से ‘मेड इन इंडिया, मेड फॉर इंडिया’ कह सकते हैं।