एक सरकारी ऑडिट रिपोर्ट में कहा गया था कि 92 संरक्षित स्मारक गायब पाए गए थे।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा पुराने अभिलेखों, राजस्व मानचित्रों और प्रकाशित रिपोर्टों के संदर्भ के आधार पर लापता स्मारकों का पता लगाने/पहचान करने के लिए जोरदार प्रयास किए गए थे। इस अभ्यास ने सार्थक परिणाम दिए और 92 स्मारकों में से 74 स्मारकों का पता लगा लिया गया है।
संरक्षित स्मारकों और स्थलों पर निगरानी के लिए मल्टी टास्किंग स्टाफ तैनात किया गया है। इसके अतिरिक्त, चुनिंदा स्मारकों पर निजी सुरक्षा कर्मियों के साथ-साथ सीआईएसएफ भी उपलब्ध कराया जाता है और समय-समय पर निरीक्षण भी किया जाता है। इसके अतिरिक्त, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने संरक्षित स्मारकों की सुरक्षा और संरक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों की व्यापक जांच के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।
यह जानकारी आज राज्यसभा मेंकेन्द्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री श्री जी किशन रेड्डी ने दी।