रायपुर। कानूनी अधिकारों के माध्यम से महिला बंदियों को सशक्त करने और उन्हें उनके अधिकारों की जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से, हिदायतुल्लाह नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी (एचएनएलयू) के प्रो बोनो क्लब ने एक महत्वपूर्ण जागरूकता शिविर का आयोजन किया। इस आयोजन का आयोजन रायपुर केंद्रीय जेल में 6 अप्रैल 2024 को किया गया था। इस जागरुकता शिविर का आयोजन प्रो बोनों के संयोजक डॉ प्रवेश कुमार राजपूत और कानूनी सहायता और सामाजिक सेवा समिति की संयोजक डॉ कौमुदी छल्ला के सहयोग से किया गया। इस जागरुकता शिविर में पो बोनी क्लब के आठ छात्री ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) के महत्वपूर्ण प्रावधानों के बारे में चर्चा की और महिला बंदियों को उनके मालवीय अधिकारों के बारे में जानकारी प्रदान की।
इस शिविर में विद्यार्थी दल का नेतृत्व करते हुए सुश्री सारा सैमुएल ने कैदियों के अधिकारों और मूल सुविधाओं की महत्वता को सम्बोधित किया। इस शिविर में लगभग 50 महिला कैदियों, मिद्धदोष अपराधी और अदालती जांच के अधीन जेल में रहने वाली महिलाओं के साथ चर्चा की गई और उनके अधिकारों और न्याय की महत्वपूर्ण सूचनाएं प्रदान की गयी। इस जागरुकता शिविर में कचार पुस्तिकाओं को वितरित किया गया ताकि महिला बंदियों को महत्वपूर्ण कानूनी जानकारी दी जा सके।
इस शिविर को जेल के अधिकारियों का महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ, विशेष रूप से सुश्री खुशबू मिश्रा (जेल अधीक्षक), श्री प्रवीण मिश्रा (सचिव डीएलएसए, रायपुर) और दो डीएलएसए कानूनी सहायकों ने इस शिविर के दौरान ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।