जी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज लिमिटेड (ZEEL) के मैनेजिंग डायरेक्टर व मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री पुनीत गोयनका ने कंपनी के भविष्य को लेकर अपनी बात कही है। मंगलवार को ZEEL की 32वीं वर्षगांठ पर आयोजित टाउनहॉल में गोयनका ने एम्प्लॉयीज को संबोधित किया। इस दौरान गोयनका ने कहा, “32 साल बाद जब मैं ZEE को एक ऐसी कंपनी के रूप में देखता हूं, तो मुझे लगता है कि कंपनी समाज में उम्मीद और बदलाव की किरण होगी। मैं देखता हूं कि हम अपने मनोरंजन अनुभवों के माध्यम से सामाजिक प्रगति को आगे बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा कर रहे होंगे और मैं देखता हूं कि हम अपने वास्तविक लक्ष्य को पूरा कर रहे होंगे, जो उद्देश्यपूर्ण मनोरंजन के माध्यम से लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना होना चाहिए।”
ज़ी ने एक बयान में कहा कि प्राइवेट सैटेलाइट टेलीविजन इंडस्ट्री के साथ-साथ ZEE ने 32 सालों का सफर पूरा कर लिया है। आज M&E इंडस्ट्री का आकार 2 ट्रिलियन रुपए से भी ज्यादा हो चुका है और यह तेजी से बढ़ रही है।
इस अवसर पर अपने एम्प्लॉयीज को संबोधित करते हुए गोयनका ने कहा, “आज हम सिर्फ कंपनी की वर्षगांठ नहीं मना रहे, बल्कि उस इंडस्ट्री की स्थापना दिवस भी मना रहे हैं, जिसका मूल्य आज 2 ट्रिलियन रुपए से अधिक है।”
उन्होंने कहा, “जी ने पिछले 32 सालों में मनोरंजन की दुनिया में नए आयाम स्थापित किए हैं। हम हमेशा से दर्शकों को बेहतरीन कहानियां सुनाते रहे हैं, रचनात्मकता की सीमाओं को आगे बढ़ाया है और अरबों लोगों के दिलों से जुड़े हैं।”
ज़ी की उपलब्धियों पर विचार व्यक्त करते हुए गोयनका ने इस बात पर जोर दिया कि कंपनी ने अपने ग्राहकों को हमेशा प्राथमिकता दी है और सकारात्मक अनुभव प्रदान किए हैं। यही कारण है कि ज़ी ने भारत की संस्कृति और परंपराओं को दर्शाते हुए परिवारों को जोड़ा है।
गोयनका ने कहा, “ZEE एक कंपनी से बढ़कर परिवार जैसा है। हमने मिलकर एक ऐसा संगठन खड़ा किया है जो अपने आप को समय के साथ बदलता रहा है।” उन्होंने यह भी बताया कि ज़ी ने 32 वर्षों के दौरान इंडस्ट्री के कई बदलावों को अपनाया और हर बार खुद को मजबूत और अग्रणी साबित किया।
इस दौरान गोयनका ने यह भी कहा, “हमारी क्षमता खुद को नए रूप में ढालने और आगे बढ़ने की है, जो हमारी टीम की ताकत और दृष्टिकोण को दर्शाती है।”
ज़ी की 32वीं वर्षगांठ पर कंपनी का यह दृष्टिकोण मनोरंजन के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।