मुंबई। बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) में देना बैंक और विजया बैंक का विलय सोमवार से प्रभावी हो गया। इसके साथ ही बीओबी अब देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक बन गया।
पहले दो स्थान पर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) और एचडीएफसी बैंक हैं। बीओबी ने कहा कि विलय के बाद गुजरात में बैंक की बाजार हिस्सेदारी 22 फीसद होगी और महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 8-10 फीसद हिस्सेदारी होगी।
हाल के वर्षों में सरकारी बैंकों का यह दूसरा विलय है। इससे पहले अप्रैल 2017 में एसबीआइ के साथ उसके पांच सहयोगी बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय हुआ था।
बीओबी के प्रमुख पीएस जयकुमार ने एक बयान में कहा कि हमें इस बात की अत्यधिक खुशी है कि बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक आपस में विलय कर नेटवर्क और ग्राहक संख्या के मामले में दूसरा सबसे बड़ा बैंक बन गए हैं।
हम इस विलय को सफल बनाने के लिए काम करेंगे और एक मजबूत संगठन का निर्माण करने के लिए सभी गतिविधियों का प्रभावी तरीके से निष्पादन करेंगे, ताकि विलय के बाद बना संगठन अलग-अलग तीनों संगठनों के मुकाबले अपने पक्षकारों को बेहतर नतीजा दे सके।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) ने शनिवार को कहा था कि इस विलय के बाद अप्रैल से देना बैंक और विजया बैंक की शाखाएं बीओबी की शाखाओं के तौर पर काम करेंगी।
बीओबी ने कहा है कि विलय के बाद बने बैंक की 9,500 से अधिक शाखाएं, 13,400 से अधिक एटीएम, 85,000 कर्मचारी और 12 करोड़ ग्राहक होंगे। नए बैंक का बैलेंस शीट 15 लाख करोड़ रुपये का होगा, जमा 8.75 लाख करोड़ की होगी और कर्ज 6.25 लाख करोड़ रुपये का होगा।