नई दिल्ली, पीटीआइ। देश में कॉपरेटिव के विकास के लिए डेवलपमेंट फोरम का गठन हुआ है। इसकी बागडोर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु को सौंपी गई है। फोरम के संस्थापक चेयरमैन प्रभु जी-20 व जी-7 जैसे अहम वैश्विक शिखर सम्मेलनों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वे राज्यसभा के सदस्य भी हैं। फोरम के सदस्य में इफको के एमडी यूएस अवस्थी, क्रिभको के चेयरमैन चंद्रपाल सिंह यादव, एनसीयूआइ प्रेसिडेंट दिलीप संघाणी, नेशनल कॉपरेटिव डेयरी फेडेरेशन ऑफ इंडिया के चेयरमैन मंगलजीत राय व एनएजीसीयूबी चेयरमैन ज्योतिंद्र मेहता शामिल हैं।
फोरम के गठन पर बुधवार को प्रभु ने बताया कि इसके जरिये कॉपरेटिव सेक्टर में बड़े सुधार व पुनरुत्थान के कार्य होंगे। ये कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू आत्मनिर्भर भारत योजना, स्वच्छ भारत अभियान व आयुष्मान भारत के लिए तैयार रास्ते के अनुसार होंगे।
इससे देश को पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में मदद मिलेगी। सरकार के साथ काम करते हुए नया मंच कॉपरेटिव सेक्टर के विभिन्न पहलुओं से सरकार को अवगत कराएगा। यह अंतरराष्ट्रीय संगठन व एक से अधिक देशों में कार्यरत समीतियों के साथ भी काम करेगा। देश में विभिन्न क्षेत्रों में कॉपरेटिव समिति के कुल 28 करोड़ सदस्य हैं।