आज जब पूरा विश्व कोरोना महामारी का सामना कर रहा है, तो राजस्थान में सिर्फ कोटा उत्तर के विधायक और नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल हैं, जिन्होंने कहा कि हम इस आपदा को अवसर में बदलेंगे। सच्चे अर्थों में भारत और भारतीयता के प्रति यह विश्वास और स्वाभिमान की भावना है। धारीवाल एक ऐसी सख्शियत हैं जिन्होंने ने कोरोना काल में भी पिछले वर्ष शहर के विकास कार्यो की गति को रुकने नहीं दिया और आपदा को भी अवसर और परिणाम में बदल कर दिखाया। विकास के प्रति उनकी सोच, लगन और चिंतन की वजह है कि लोक डाउन में सब कुछ बंद होते हुए भी विकास कार्यो की गति को थमने नहीं दिया।
जैसे -जैसे लोक डाउन खुलता गया शहरवासियों ने देखा पूरे शहर में जगह-जगह खुदाई चल रही हैं। जिधर से गुजरे हर तरफ काम ही काम था। उनका सोच रहा कि कम से कम इस समय में खुदाई का काम तो पूरा हो जाएं। खुदाई हो जायेंगी तो लोक डाउन खुलने पर जब निर्माण सामग्री आयेगी तो काम शुरू ही सकेंगे। खुदाई के समय की बचत तो होगी।
धारीवाल की दूरदर्शिता का ही परिणाम है कि आज शहर में डेढ़ दर्जन परियोजनाओं में विकास कार्यो को अच्छी गति मिली हैं और कार्यो ने रफ्तार पकड़ी हैं। जमीनी स्तर पर कार्य चलते हुए नज़र आते हैं। लोग कहते सुने जा सकते हैं जब भी धारीवाल आते हैं कोटा में विकास कार्यो की बाढ़ आ जाती हैं। देखा जाये तो ऐसा कहना अतिशीतोक्ति पूर्ण भी नहीं हैं। वास्तव में लगता है जैसे कोटा में विकास की बाढ़ आ रही हों।
अनेक चौराहों पर कार्य होने से यातायात दबाव की समस्या से निजात तो मिलेगी ही, कोटा राजस्थान में पहला शहर होगा जो ट्रैफिक लाइट मुक्त होगा। पार्किंग की बड़ी समस्या के समाधान के लिए कई जगह बनाये जा रहें हैं सुविधाजनक पार्किंग स्थल। पेयजल कार्यो से पेजजल आपूर्ति में सुधार आएगा। स्वास्थ्य सुविधओं के विस्तार के लिए भी महत्वपूर्ण कार्य किये जा रहें हैं। आधारभूत ढांचा मजबूत होने के साथ-साथ शहर सुंदर बने और पर्यटक कोटा की ओर आकर्षित हों इसके लिए भी महत्ती परियोजनाओं को कार्यान्वित किया जा रहा हैं।
नगरीय विकास मंत्री के रूप में कोटा में कराए जा रहें कार्यो पर एक नज़र डालें तो गोमती एवं सावरमती नदियों के फ्रंट से अधिक आकर्षक चम्बल रिवर फ़्रंट बनाया जा रहा हैं। चम्बल नदी के किनारे बैराज से लेकर नयापुरा पुलिया तक करीब 6 किलोमीटर में हेरिटेज लुक के साथ मुगल गार्डन की तर्ज पर खूबसूरत पर्यटक स्थल बनाया जा रहा है। अनेक विलक्षण खूबियों के साथ इसमें उदयपुर लेक पैलेस की तर्ज पर चम्बल में बोट के माध्यम से विवाह आदि समारोह करने जैसी सुविधा का विकास भी किया जयेगा। अनेक प्रकार की संरचनाएं आकर्षक रूप में बनाई जाएंगी। इस के बीच के नालो को डायवर्ट कर अलग से सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बना कर उस मे डाला जायेगा।
पर्यटन विकास की कड़ी में ही आईएल कॉलोनी में 30 हेक्टेयर भूमि पर ऑक्सिज़ोन विकसित किया जा रहा है ।इसमें 10 हज़ार पेड़ लगाए जाएंगे,पक्षियों के लिए स्थान संरक्षित होंगे, जलाशय,हेल्थ ज़ोन,आर्ट हिल जैसी संरचनाएं बनाई जाएंगी जो पर्यटकों को लुभायेगा। यह प्रोजेक्ट प्रकृति प्रेमियों को खास तौर पर लुभायेगा। शहरवासियों सहित पर्यटकों को एक नया प्राकृतिक पर्यटन स्थल देखने को मिलेगा।
यातायात सुनम बनाने के लिए गुमानपुरा स्थित इंद्रा ग़ांधी तिराहे पर अंडरपास एवं फ्लाईओवर तथा झालावाड़ रोड़ पर सिटिमाल के सामने एलिवेटिड रोड के कार्य कराये जा रहे हैं। अनंतपुरा तिराहे पर फ्लाईओवर निर्माण, अंटाघर चौराहे , एरोड्राम चौराहे , एवं गोबरिया बावड़ी चौराहे पर भूमिगत मार्ग के निर्माण कार्य कराये जा रहे हैं। पार्किंग सुविधा विकास के लिये जयपुर गोल्डन के पास एवं मल्टीपरपज स्कूल गुमानपुरा परिसर मे पार्किंग सुविधा निर्माण कार्य कराये रहे हैं। शहर के नयापुरा स्थित विवेकानन्द , एरोड्राम से सीएडी के मध्य घोड़े वाला बाबा तथा अदालत चौराहों के विकास कार्य भी प्रारम्भ कर दिये गये हैं।
शहर को मवेशियों की समस्या एवं इनके कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुनिया,देवरी एवं धर्मपुरा में न्यास की जमीन पर करीब 105 हेक्टेयर भूमि पर पशुपालक एवं डेयरी ज़ोन बनाया जा रहा है। देव नारायण नगर एकीकृत आवासीय नामक इस योजना में पशुपालकों के लिए आवास,पशु बाड़े, स्वास्थ केंद्र,स्कूल,पशु चिकित्सालय सहित अन्य आवश्यक सुविधाएं मिलेंगी। यहाँ एक पशु मेला ग्राउंड भी होगा।
पेयजल आपूर्ति सुधार के लिए शहर में जलापूर्ति को प्रभावी बनाने के लिये श्रीनाथपुरम में 50 एम.एल.डी. क्षमता का नया जल संशोधन संयंत्र, सकतपुरा 130 एम.एल.डी.परियोजना में 70 एम.एल.डी. सुविधा का विस्तार एवं अकेलगढ़ पेयजल परियोजना पर संयंत्र पर आवश्यक जलापूर्ति कार्य किये जा रहें हैं। स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने के लिए एमबीएस चिकित्सालय में नवीन ओपीडी ब्लाक निर्माण, जेके लोन चिकित्सालय में 156 बेड की क्षमता का इंडोर ब्लॉक एवं ओपीडी ब्लॉक के कार्य भी कराये जा रहे हैं। नयापुरा स्थित जे. के. क्रिकेट पवेलियन इंडोर खेल सुविधाएं विकसित करने के लिए स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स का विकास किया जा रहा है। नयापुरा स्थित छत्रविलास उद्यान का सुदृढ़ीकरण भी किया जाएगा।
नगरीय विकास मंत्री धारीवाल संकल्पबद्ध हैं कि समस्त कार्य गुणवत्ता के साथ तय सीमा में पूर्ण हो कर नागरिकों को इनका लाभ मिलें। कार्यो की गुणवत्ता उनकी प्राथमिकता है। उनकी की मंशा के अनुरूप इन समस्त कार्यो को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के लिये नगर विकास न्यास के अधिकारी,तकनीकी अभियंता, वास्तुकार पूरी मेहनत एवं लगन से जुटे हुए हैं। अभी तक करीब 1600 करोड़ रुपयों से अधिक राशि के किये जा रहे इन सभी कार्यो का हाल में नगर विकास न्यास अध्यक्ष एवं जिला कलेक्टर उज्ज्वल राठौर की अश्य्क्षता में आयोजित न्यास बैठक में अनुमोदन कर दिया गया हैं।
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