केंद्र सरकार ने संस्कृत सहित नौ भारतीय भाषाओं (लिपियों) में वेबसाइट के नाम की बुकिंग शुरू करने का फैसला किया है। इसमें हिंदी, कश्मीरी, कन्नड़, ओड़िया, सिंधी, असमिया, संथाली और मलयालम में वेबसाइट की बुकिंग होगी। इसका मकसद दुनिया के ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इंटरनेट पहुंचाना है।
इलेक्ट्रानिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत स्वायत्त संस्थान नेशनल इंटरनेट एक्सचेंज ऑफ इंडिया (एनआईएक्सआई) ने इसके लिए 16 मार्च से आवेदन मांगे हैं। वेबसाइट के नाम इन्हीं नौ भारतीय भाषाओं में होंगे। प्रमुख वेबसाइट को भी इन्हीं भाषाओं में लिखना होगा।
हालांकि देवनागरी लिपि का इस्तेमाल करने वाली कुछ भाषाओं में यह सुविधा पहले से मौजूद है। नई वेबसाइट की बुकिंग 16 मार्च से 15 जून तक हो सकेगी। एनआईएक्सआई के अधिकारी ने कहा, ट्रेडमार्क या कॉपीराइट का उल्लंघन न होने पर ही डोमेन का आवंटन होगा। शुरू में डोमेन बुकिंग पांच साल के लिए होगी।
डाटा इंजीनियस ग्लोबल के संस्थापक अजय डाटा ने कहा, इस पहल से भारत वैश्विक डोमेन नाम के मामले में दुनिया में अग्रणी बनेगा। ईमेल एड्रेस भी देसी भाषाओं में बनाने को तैयार हैं। डाटामेल एप के जरिये लोग 22 भारतीय भाषाओं में ईमेल एड्रेस बना सकते हैं।