कोटा। इतिहासविद् फ़िरोज़ अहमद द्वारा लिखित “हाड़ौती इतिहास लेखमाला ” ग्रन्थ का विमोचन पूर्व सांसद इज्जेराज सिंह द्वारा समारोहपूर्वक किया गया। समारोह का आयोजन भारतीय सांस्कृतिक निधि (इन्टेक), कोटा चेप्टर, हाड़ौती हेरिटेज वॉक और हमलोग संस्था के संयुक्त तत्वधान में उम्मेद क्लब में आयोजित किया गया। इज्यराज सिंह जी के साथ – साथ महाराज कुंवर जयदेव सिंह, हमलोग संस्था के संस्थापक-संचालक डॉ. सुधीर गुप्ता, डॉ.सुषमा आहूजा तथा भारतीय सांस्कृतिक निधि (इन्टेक), कोटा चेप्टर के कन्वीनर निखलेश सेठी के सान्निध्य में सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि महाराव इज्यराज सिंह जी ने कहा कि अपने क्षेत्र विशेष को जानने और समझने के लिए यह महत्वपूर्ण पुस्तक है। उन्होंने लेखकों से आह्वान किया कि वे इस तरह की पुस्तकों की रचना कर अपने क्षेत्र के इतिहास कला और संस्कृति के विविध सन्दर्भों को उजागर करें।
पर्यटन लेखक डॉ. प्रभात कुमार सिंघल ने फिरोज अहमद को हाड़ोती इतिहास का चलता-फिरता एनसाइक्लोपीडिया कह कर पुस्तक का परिचय प्रस्तुत करते हुए कहा कि हाड़ोती के इतिहास, स्थापत्य कला, चित्रकला, संगीत कला, मनोरंजन, हस्तशिल्प, राजा – महाराजाओं का परिचय, राजसी परंपराएं, शासकों की रुचि – अभिरुचियां, विभिन्न महत्व पूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं, स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े प्रसंगों, राजसी प्रशासनिक व्यवस्था एवम हाड़ोती के स्मारकों आदि पर महत्वपूर्ण और शोध परख आलेख इसमें संकलित किये गए हैं। यह हाड़ौती संभाग के इतिहास पर महत्वपूर्ण पुस्तक है।वरिष्ठ कवि साहित्यकार नागेन्द्र कुमावत ने कहा कि हाड़ौती के इतिहास के सन्दर्भ में यह पुस्तक सभी के लिए उपयोगी है।
पुस्तक के लेखक इतिहासविद् फ़िरोज़ अहमद ने अपनी इतिहास में रूचि और लेखन के विविध सन्दर्भों के साथ लेखन में सहयोग और प्रेरित करने वालों को संस्मरणात्मक रूप में स्मरण करते हुए कहा कि हाड़ौती के इतिहास पर लिखे मेरे कई लेख समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए वे सभी तथा शोध आलेख इस पुस्तक में संकलित हैं।
विमोचन समारोह का संचालन करते हुए प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. अतुल चतुर्वेदी ने कहा कि फ़िरोज़ अहमद जी इतिहास, कला और संस्कृति के संवाहक हैं जिसका प्रमाण यह पुस्तक है। भारतीय सांस्कृतिक निधि (इन्टेक), कोटा चेप्टर के कन्वीनर निखलेश सेठी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर इतिहास विद् फ़िरोज़ अहमद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर आधारित डॉक्यूमेंट्री का प्रदर्शन किया गया। समारोह में बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।