“देश मेरे लिए सर्वोपरि है, इसके लिए मुझे बलिदान भी देना पडे़ तो मुझे स्वीकार्य है, पर मैं ना डरी हूँ ना कभी डरूँगी, देश के हित में, गद्दारों के खिलाफ खुलकर बोलती रहूँगी।”
कंगना रनौत ने एक सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया है कि उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं। इसको लेकर उन्होंने एफआईआर दर्ज करवाई है। कंगना ने इंस्टाग्राम पर एफआईआर की कॉपी भी शेयर की है।
कंगना ने गोल्डन टैंपल की तस्वीर साझा करते हुए लिखा है, “मुंबई में हुए आतंकी हमले के शहीदों को याद करते हुए मैने लिखा था कि गद्दारों को कभी माफ नहीं करना, ना ही भूलना। इस तरह की घटना में देश के अंदरूनी देशद्रोही गद्दारों का हाथ होता है। देशद्रोही गद्दारों ने कभी पैसे के लालच में तो कभी पद व सत्ता के लालच में भारत माँ को कलंकित करने का एक भी मौका नहीं छोड़ा। देश के अंदरूनी जयचंद और गद्दार षड्यंत्र रचकर देश विरोधी ताकतों को मदद करते रहे, तभी इस तरह की घटनाएँ होती हैं।”
कंगना ने आगे लिखा, “मेरे इसी पोस्ट पर मुझे विघटनकारी ताकतों की तरफ से निरंतर धमकियाँ मिल रही हैं। बठिंडा के एक भाई साहब ने तो मुझे खुलेआम जान से मारने की धमकी दी है। मैं इस तरह की गीदड़ भभकी या धमकियों से नहीं डरती। देश के खिलाफ षड्यंत्र करने वालों और आतंकी ताकतों के खिलाफ बोलती हूँ और हमेशा बोलती रहूँगी। वह चाहे बेगुनाह जवानों के हत्यारे नक्सलवादी हो, टुकड़े-टुकड़े गैंग हो या आठवें दशक में पंजाब में गुरुओं की पावन भूमि को देश से काटकर खालिस्तान बनाने का सपना देखने वाले विदेशों में बैठे हुए आतंकवादी।”
कंगना ने लिखा, “लोकतंत्र हमारे देश की सबसे बड़ी ताकत है, सरकार किसी भी पार्टी की हो, लेकिन देश की अखंडता, एकता और नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा और विचारों की अभिव्यक्ति का मौलिक अधिकार हमें बाबासाहेब अम्बेडकर के सविंधान ने दिया है। मैंने किसी भी जाति, मजहब, या समूह के बारे में कभी कोई अपमानजनक या नफरत फैलाने वाली बात नहीं की है।”
कंगना आगे लिखती है, “मैं कॉन्ग्रेस की अध्यक्षा सोनिया जी को भी याद दिलाना चाहूँगी कि आप भी एक महिला हैं, आपकी सास इंदिरा गाँधी जी इसी आतंकवाद के खिलाफ अंतिम समय तक मजबूती से लड़ीं। कृपया पंजाब के अपने मुख्यमंत्री को निर्देश दें कि वह इस तरह के आतंकवादी, विघटनकारी और देशविरोधी ताकतों की धमकी पर तुरंत कार्रवाई करें।”
एफआईआर की जानकारी देते हुए कंगना ने लिखा, “मैंने धमकी देने वालो के खिलाफ पुलिस में एफआईआर दर्ज की है। मुझे उम्मीद है कि पंजाब सरकार भी जल्द कार्रवाई करेगी। देश मेरे लिए सर्वोपरि है, इसके लिए मुझे बलिदान भी देना पडे़ तो मुझे स्वीकार्य है, पर मैं ना डरी हूँ ना कभी डरूँगी, देश के हित में, गद्दारों के खिलाफ खुलकर बोलती रहूँगी।”
उन्होने आगे लिखा, “पंजाब में चुनाव होने वाले हैं। इसके लिए कुछ लोग मेरी बात को संदर्भ के बिना प्रयोग कर रहे हैं। अगर मुझे भविष्य में कुछ भी होता है तो उसके लिए नफरत की राजनीति व बयानबाज़ी करने वाले ही पूरी तरह उत्तरदायी होगें। इनसे करबद्ध निवेदन है कि चुनाव जीतने की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के लिए किसी के प्रति नफरत ना फैलाए।” कंगना ने जय हिंद, जय भारत के साथ अपने पोस्ट का अंत किया है।
बता दें कि कंगना के किसान आंदोलन की तुलना खालिस्तानी आंदोलन से करने को लेकर हाल ही में केजरीवाल सरकार के विधायक राघव चड्ढा की अध्यक्षता वाली दिल्ली विधानसभा की शांति और सद्भाव समिति ने अभिनेत्री कंगना रनौत को समन भेजकर 6 दिसंबर 2021 को पेश होने के लिए कहा है।