केंद्रीय वाणिज्य मंत्री सुरेश प्रभु और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित कैलाश सत्यार्थी ने गुमशुदा और परित्यक्त बच्चों का पता लगाने के लिये एक मोबाइल ऐप्लिकेशन शुरू किया। ऐप का नाम ‘रीयूनाइट’ है। इसे सत्यार्थी नीत बचपन बचाओ आंदोलन और आईटी कंपनी कैपजेमिनी ने मिलकर तैयार किया है।
सत्यार्थी ने कहा कि गुमशुदा बच्चों को महज संख्या नहीं समझा जाना चाहिये क्योंकि यह उन माता – पिता के लिये त्रासदी है जिनकी जिंदगी अपने बच्चे को खोने के बाद पटरी से उतर जाती है। उन्होंने कहा , ” हर गुमशुदा बच्चा उस परिवार की उम्मीद और सपने को दर्शाता है , जो उन्हें खोता है।
श्री प्रभु ने बचपन बचाओ आंदोलन और सत्यार्थी की बच्चों के लिये काम करने के लिये तारीफ की और उम्मीद जताई कि ऐप गुमशुदा बच्चों को उनके माता – पिता से मिलाने में मदद करेगा।