गुजरात राज्य चुनाव आयोग द्वारा कल आयोजित छह नगर निगमों के चुनाव में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने वाले 95.9 लाख लाख लोगों में से महज 806 लोगों ने ई-वोटिंग के जरिए अपने वोट डाले। देश में पहली बार गुजरात राज्य चुनाव आयोग ने ऑनलाइन मतदान करने की सुविधा प्रदान की थी। मतदाताओं को पहली बार 2010 में यह सुविधा प्रदान की गई थी जिसके बाद अब दूसरी बार मतदाता ऑनलाइन वोट डाल सकते थे। राजनीतिक दलों का मानना है कि राज्य चुनाव आयोग को ऑनलाइन मतदान की प्रक्रिया को और सरल बनाना चाहिए और इसके उपयोग को लोकप्रिय बनाने के लिए युवाओं के बीच इसे बढ़ावा देना चाहिए।
केंद्रीय चुनाव आयोग ने हाल ही में अपने चुनाव आयुक्त ए के जोति को ई-वोटिंग के बारे में जानकारी पाने के लिए राज्य चुनाव आयोग के पास भेजा था ताकि विधानसभा और संसदीय चुनावों में इसे लागू करने की संभावनाओं के बारे में पता लगाया जा सके। राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि 2015 में छह नगर निगमों में ई-वोटिंग के लिए 20,000 से अधिक लोगों ने अपना पंजीकरण करवाया लेकिन जब सत्यापन के लिए उनके दस्तावेज जमा करने की बारी आई तो केवल ।,310 लोग ही इस प्रक्रिया को पूरा कर सके। राज्य चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया, ‘आखिरकार ।,310 पंजीकृत मतदाताओं में से, कल 806 लोगों ने ऑनलाइन मताधिकार का प्रयोग किया।’