कश्मीर और पाक अधिकृत कश्मीर के 12 अखबार अब इंटरनेट के जरिये अपने कंटेंट (न्यूज और व्यूज) को एक-दूसरे से साझा करेंगे। एक-दूसरे की समस्याओं को समझने के लिए और आपस में जुड़ने के लिए वे एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर करेंगे। हालांकि शुरुआत में सिर्फ गैरराजनीतिक सामग्री ही साझा करेंगे।
गौरतलब है कि इस मुद्दे पर हाल ही में इस्लामाबाद में 29 पत्रकारों और समाचार पत्र मालिकों के बीच एक बैठक हुई थी। श्रीनगर स्थित राइजिंग कश्मीर (Rising Kashmir) के एडिटर शुजात बुखारी ने कहा, ‘एक दूसरे का कंटेंट इस्तेमाल करने के लिए हम पहले एक न्यूज पूल बनाएंगे। नियमित कवरेज के लिए बाद में एक एमओयू साइन किया जाएगा।’
इस मामले को लेकर अगस्त में कश्मीर के पत्रकारों के लिए एक कार्यशाला का भी आयोजन किया गया था। पाक अधिकृत कश्मीर स्थित ‘कश्मीर जर्नलिस्ट फोरम’ के प्रेजिडेंट ऐजाज अब्बासी ने कहा, ‘यह पहला मौका है जब 70 सालों में दोनों तरफ (जम्मू-और कश्मीर) के पत्रकार इस स्तर पर बातचीत कर रहे हैं।’
वहीं पाक अधिकृत कश्मीर की सरकार ने इस मुहिम को सपोर्ट देने का निर्णय लिया है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता और पीओके के प्रधानमंत्री चौधरी अब्दुल माजिद ने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर के विभाजित हिस्सों को जोड़ने वाली इस तरह की किसी भी मुहिम का हम स्वागत करते हैं।’