डिजिटल पेमेंट्स को बढ़ावा देने के लिए भारत सरकार एक और कदम उठाते हुए नया टूल लॉन्च किया है। भारत क्यूआर कोड नाम की इस सर्विस से इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट और अधिक सुगम बन जाएगी। सबसे खास बात यह है कि भारत क्यूआर कोड उपयोग करने पर आप बिना स्वाइप मशीन के भी कार्ड से पेमेंट कर सकेंगे।
क्या है क्यूआर कोड
क्यूआर कोड का मतलब है क्विक रिस्पॉन्स कोड
यह काले रंग के छोटे-छोटे वर्गों की 2डी छवि होती है, जिसका बैकग्राउंड सफेद होता है। यह मशीन रीडेबल ऑप्टिकल लेबल होता है, जिसमें संबंधित वस्तु की जानकारी समाहित होती है।
क्यूआर कोड की जरूरत क्या है
क्यूआर कोड होने पर आपको ऑनलाइन या डिजिटल पेमेंट करने के लिए व्यापारी का मर्चेंट आईडी या फोन नंबर नहीं उपयोग करना होगा। ग्राहक को केवल क्यूआर कोड को अपने स्मार्टफोन से स्कैन करना होगा और संबंधित रकम टाइप करना होगा। इस तरह से पेमेंट पूरा हो जाएगा। पेमेंट की जाने वाली रकम सीधे ग्राहक के खाते से कटकर व्यापारी के खाते में पहुंच जाएगी।
अभी कैसे होता है पेमेंट
अभी देश में क्लोज्ड सिस्टम्स के तहत क्यूआर कोड आधारित पेमेंट उपयोग किया जाता है। कई बैंक mVisa (एमवीज़ा) का उपयोग करते हैं, जो क्यूआर कोड आधारित पेमेंट सुविधा है। हालांकि इसका उपयोग केवल वीज़ा कार्डधारी ही कर सकते हैं।
मास्टर कार्ड ने भी नवंबर 2016 में मास्टरपास क्यूआर कोड की शुरुआत की है। भारत में इस सुविधा का लाभ केवल आरबीएल बैंक द्वारा ही दिया जा रहा है।
ई-वॉलेट सर्विस पेटीएम भी क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट की सुविधा देती है। लेकिन इसके लिए भुगतान करने वाले तथा भुगतान लेने वाले के पास पेटीएम अकाउंट होना जरूरी है।
ये सभी उपयोग करेंगे भारत क्यूआर कोड
फिलहाल भारत क्यूआर कोड सुविधा का उपयोग देश के 15 बैंकों के ग्राहक ही कर सकेंगे।
एक्सिस बैंक
बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक ऑफ इंडिया
सिटी यूनियन बैंक
डीसीबी बैंक लिमिटेड
करुर वैश्य बैंक
एचडीएफसी बैंक लिमिटेड
आईसीआईसीआई बैंक लिमिटेड
आईडीबीआई बैंक लिमिटेड
पंजाब नेशनल बैंक
आरबीएल बैंक लिमिटेड
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया
विजया बैंक
यस बैंक
वीज़ा, मास्टरकार्ड तथा रुपे कार्ड धारकों को भी भारतक्यूआर कोड सुविधा का लाभ मिलेगा। जल्द ही इस सेवा के दायरे में अमेरिकन एक्सप्रेस भी आने वाला है।