Friday, November 29, 2024
spot_img
Homeखबरेंसर्वोच्च न्यायालय ने पूछा, सरकारी सूचनाओंसे गूगल की कितनी कमाई होती है?

सर्वोच्च न्यायालय ने पूछा, सरकारी सूचनाओंसे गूगल की कितनी कमाई होती है?

क्या सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा जानकारी साझा करने पर गूगल की उससे कोई आमदनी होती है? यदि हां तो यह कैसे होता है और आमदनी कितनी है? यह जानकारी हाई कोर्ट ने गूगल इंडिया, फेसबुक, यू-ट्यूब और व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया साइट्स से मांगी है।

न्यायमूर्ति बीडी अहमद और संजीव सचदेव की खंडपीठ प्रधानमंत्री कार्यालय समेत अन्य मंत्रालयों के सोशल मीडिया के उपयोग करने के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई कर रही थी। अदालत ने सभी से 9 मार्च को जवाब दाखिल करने को कहा है। अदालत ने कहा कि यू-ट्यूब की पहुंच करोड़ों लोगों तक है। यदि सरकार कोई जानकारी उस पर दिखाती है तो इससे वह पैसा ही बचा रही है।

क्या यू-ट्यूब पर प्रसारण करने के पैसे लगते हैं? यदि सरकार का गूगल से कोई एग्रीमेंट है तो उससे किसका फायदा होगा? सरकार का, यू-ट्यूब का या फिर लोगों का। अदालत ने एडिशनल सॉलिसिटर जनरल संजय जैन से गूगल समेत अन्य सोशल मीडिया साइट्स के साथ हुए एग्रीमेंट पेश करने का निर्देश दिया। अदालत में यह याचिका पूर्व भाजपा नेता केएन गोविंदाचार्य ने दाखिल की है।

एक निवेदन

ये साईट भारतीय जीवन मूल्यों और संस्कृति को समर्पित है। हिंदी के विद्वान लेखक अपने शोधपूर्ण लेखों से इसे समृध्द करते हैं। जिन विषयों पर देश का मैन लाईन मीडिया मौन रहता है, हम उन मुद्दों को देश के सामने लाते हैं। इस साईट के संचालन में हमारा कोई आर्थिक व कारोबारी आधार नहीं है। ये साईट भारतीयता की सोच रखने वाले स्नेही जनों के सहयोग से चल रही है। यदि आप अपनी ओर से कोई सहयोग देना चाहें तो आपका स्वागत है। आपका छोटा सा सहयोग भी हमें इस साईट को और समृध्द करने और भारतीय जीवन मूल्यों को प्रचारित-प्रसारित करने के लिए प्रेरित करेगा।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -spot_img

लोकप्रिय

उपभोक्ता मंच

- Advertisment -

वार त्यौहार