गुजरात के इस छात्र के बारे में पढ़ेंगे तो ‘नहीं हो पाएगा’ कहना भूल जाएंगे। फेल होने और मार्क्स कम आने के बहाने देना बंद कर देंगे। महज 13 साल की उम्र में एक हादसे में अपने दोनों हाथ और दोनों पैर गंवाने वाला छात्र शिवम सोलंकी 12वीं बोर्ड की परीक्षा दे रहा है। वडोदरा के रहने वाले शिवम ने 10वीं कक्षा में 81 फीसदी मार्क्स हासिल किए थे। 12वीं परीक्षा की तैयारी को लेकर उन्होंने शुक्रवार को कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे अच्छे मार्क्स आएंगे। इस बार मेरे 10वीं से भी अधिक मार्क्स आएंगे।’
बरानपुरा इलाके में रहने वाला शिवम आज सभी छात्रों के लिए मिसाल बन गया है। 13 साल की उम्र में वह छत पर पतंग उड़ाने के दौरान पास ही लटक रहे बिजली के तार की चपेट में आ गया थी। करंट के कारण शिवम के हाथ-पैर बुरी तरह झुलस गए थे। उसकी जान बचाने के लिए डॉक्टरों को उसके दोनों हाथ और एक पैर काटने पड़े थे। लेकिन शिवम ने हिम्मत नहीं हारी और अपनी बची हुई कलाइयों की मदद से लिखना शुरू किया। शिवम के माता-पिता ने उसे बचे हुए हाथ के हिस्से में पट्टी बांध उसमें पैन फंसाकर लिखना सिखाया। धीरे-धीरे शिवम की इस पर पकड़ बनती गई। कुछ महीनों की मेहनत के बाद उसकी स्पीड भी बन गई।
शिवम के पिता ने कहा, ‘मेरे बेटे को उसके स्कूल से काफी मदद मिली।’
आपको बता दें की गुजरात बोर्ड की परीक्षाएं जारी हैं। गुजरात बोर्ड 10वीं की परीक्षाएं 17 मार्च और 12वीं की परीक्षाएं 21 मार्च तक चलेंगी। वोकेश्नल विषयों के पेपर 13 मार्च से 21 मार्च तक होंगे।