उज्जैन। उज्जैन में 1 मार्च से 9 अप्रैल तक के बीच लगातार 40 दिन लोगों को कला-संस्कृति, व्यापार-उद्योग, रोजगार उन्नयन सहित विक्रमोत्सव में देखने को मिलेंगे शुभारंभ वाले दिन जीवाजी वेधशाला में 30 मुहूर्त के साथ समय बताने वाली विश्व की पहली वैदिक घड़ी का लोकार्पण, 136 वर्ष पुराने कोठी महल में वीर भारत संग्रहालय का शिलान्यास और दो दिवसीय इन्वेस्टर समिट मध्यप्रदेश के सतत विकास के नए अध्याय की शुरुआत होगी, उज्जैन सहित संपूर्ण मालवा-निमाड़ अंचल के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी और नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक ने बताया कि विक्रमोत्सव अंतर्गत नृत्य, गायन, वादन आदि सांस्कृतिक प्रस्तुतियां कालिदास संस्कृत अकादमी, त्रिवेणी कला संग्रहालय, विक्रम कीर्ति मंदिर परिसर, रामघाट और पालीटेक्निक कालेज मैदान पर होगी।
1 और 2 मार्च को होने वाली इन्वेस्टर समिट शासकीय उज्जैन इंजीनियरिंग कालेज मैदान पर होगी। 40 दिवसीय उज्जैन विक्रम उद्योग-व्यापार मेला दशहरा मैदान और शासकीय शिक्षा महाविद्यालय परिसर में लगेगा। मेले में आटोमोबाइल, इलेक्ट्रिक, हस्तशिल्प उत्पाद और खान-पान की दुकानें लगेंगी। ऋण सुविधा के लिए बैंक के स्टाल भी लगेंगे।
मेले में सामान बाजार दर से सस्ता मिलेगा और खरीदी-बिक्री करने वालों को पर्यटन विभाग विशिष्ट मेहमान मानकर महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन कराने और अपनी होटलों में रहने को कमरे रियायती दर पर उपलब्ध कराने का इंतजाम करेगा। वाहन खरीदने पर पंजीयन शुल्क और रोड टैक्स में 50 प्रतिशत तक की छूट भी मिलेगी।
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री, नृत्यांगना और लोकसभा सदस्य हेमा मालिनी विक्रमोत्सव अंतर्गत 7 मार्च को शिव-दुर्गा नृत्य नाटिका का मंचन करेंगीं। नाट्य मंचन शासकीय पालीटेक्निक कालेज मैदान पर रात 8 बजे होगा।
8 मार्च को यही प्रसिद्ध गायक अमित त्रिवेदी अपने संगीतमय दल के साथ प्रस्तुति देंगे। इस अवसर पर लेजर शो भी होगा। 9 अप्रैल को रामघाट पर गायक जुबिन नौटियाल अपने दल के साथ गायन प्रस्तुति देंगे। इस अवसर पर शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम होगा, जिसमें 25 लाख दीप एक साथ एक समय पर प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। विक्रमोत्सव के शुभारंभ वाले दिन 1 मार्च को कालिदास अकादमी में भजन गायक कन्हैया मित्तल प्रस्तुति देंगे।
– 10 मार्च को त्रिवेणी संग्रहालय में विभिन्न बोलियों पर आधारित कवि सम्मेलन होगा। यहीं 1 अप्रैल से 6 अप्रैल तक पौराणिक फिल्मों पर आधारित अंतरारष्ट्रीय महोत्सव होगा।
– 1 अप्रैल से 8 अप्रैल तक कालिदास अकादमी परिसर में विक्रम नाट्य समारोह होगा, जिसमें कर्ण, अंधा युग, हमारे राम, अवंति शौर्य, कृष्णायन, अवंतीबाई, श्रीकृष्ण नाटक का मंचन होगा।
– 8 अप्रैल को टावर चौक पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन होगा, जिसमें डा. हरिओम पंवार, डा. विष्णु सक्सेना, शंभु शिखर, जानी बैरागी, गौरी मिश्रा, गजेन्द्र प्रियांशु, सतीश सागर, दिनेश दिग्गज काव्य पाठ करेंगे।
– 9 अप्रैल को गुड़ी पड़वा पर विक्रम विश्वविद्यालय का दीक्षा समारोह होगा।