भारतीय रेल द्वारा स्वच्छता के बारे में यात्रियों को जागरूक करने के लिए 17 सितम्बर से 25 सितम्बर, 2016 तक मनाये जा रहे राष्ट्रव्यापी ‘स्वच्छ रेल – स्वच्छ भारत’ अभियान के अंतर्गत पश्चिम रेलवे द्वारा स्वच्छता सप्ताह का आयोजन किया जायेगा। इस अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे द्वारा विभिन्न कार्यक्रम चलाये जायेंगे, जिनमें ट्रेनों तथा रेलवे स्टेशनों पर विशेष स्वच्छता अभियान के अतिरिक्त वॉटर बूथों तथा पेयजल की गुणवत्ता, नालों की साफ-सफाई, डस्टबिन की पर्याप्त व्यवस्था, कूड़ा निस्तारण इत्यादि सुनिश्चित करने पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। इसके साथ ही इस अभियान में एनजीओ तथा अन्य चैरिटेबल संस्थानों इत्यादि की भी भागीदारी रहेगी तथा मीडिया से भी संवाद स्थापित किया जायेगा। इसके अतिरिक्त इस अभियान के दौरान उन सम्भावित क्षेत्रों पर भी विशेष ध्यान दिया जायेगा, जहाँ साफ-सफाई की आवश्यकता है एवं तदनुसार कार्रवाई कर उन क्षेत्रों में सुधार लाया जायेगा। इस स्वच्छता सप्ताह के प्रत्येक दिन के लिए एक विशेष संकल्पना निर्धारित की गई है, जिसका विवरण निम्नानुसार हैः-
‘रेल स्वच्छता सप्ताह’ का पहला दिन 17 सितम्बर, 2016 पश्चिम रेलवे पर ‘स्वच्छ पर्यावरण’ की संकल्पना पर आधारित होगा, जिसे रेलवे स्टेशनों तथा ट्रेनों की सामान्य सफाई सहित सम्पूर्ण पर्यावरण की साफ-सफाई हेतु समर्पित किया जायेगा। रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों तथा डिपो में कूड़ा हस्तांतरण एवं इसके समुचित निस्तारण के लिए एक विशेष अभियान चलाया जायेगा। इसके अतिरिक्त स्टेशन परिसर के सौंदर्यीकरण हेतु प्रकृति चित्रण, पौधारोपण, पेड़ों की छँटाई इत्यादि जैसे कार्य भी किये जायेंगे।
‘रेल स्वच्छता सप्ताह’ के दूसरे दिन अर्थात 18 सितम्बर, 2016 की संकल्पना ‘स्वच्छ स्टेशन’ रखी गई है, जिसके अंतर्गत सभी स्टेशनों पर गहन सफाई अभियान चलाया जायेगा। अभियान के दौरान सफाई करने वाली मशीनों की उपलब्धता एवं मशीनें सही ढंग से काम कर रही हैं, इस बात की सुनिश्चितता, यंत्र एवं संयंत्र, सफाई कर्मियों के लिए संरक्षा उपकरण, स्टेशनों पर कूड़ेदानों की पर्याप्त व्यवस्था इत्यादि पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त एनजीओ, चैरिटेबल संस्थानों, कर्मचारियों, स्काउट एवं गाइडों, यात्रियों तथा अन्य लोगों की भागीदारी सुनिश्चित कर स्टेशनों की सफाई हेतु डस्टबिन का उपयोग करें, डस्टबिन दान करें जैसे अभियान भी चलाये जायेंगे।
‘रेल स्वच्छता सप्ताह’ का तीसरा दिन अर्थात 19 सितम्बर, 2016 ‘स्वच्छ रेलगाड़ी’ की संकल्पना पर आधारित होगा, जिसके अंतर्गत रेल अधिकारियों एवं कर्मचारियों की टीम द्वारा चलती ट्रेन में स्वच्छता सम्बंधी गहन निरीक्षण किये जायेंगे। सभी ट्रेनों में शौचालयों की साफ-सफाई, लिनेन की गुणवत्ता, रसोईयान तथा अन्य स्थानों के निरीक्षण सहित वाशिंग लाइन, रेलवे यार्डों तथा स्टेशनों के भी निरीक्षण किये जायेंगे तथा यात्रियों से सुझाव/फीडबैक भी प्राप्त किये जायेंगे एवं तदनुसार त्वरित कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।
‘रेल स्वच्छता सप्ताह’ के चौथे दिन अर्थात 20 सितम्बर, 2016 की संकल्पना ‘स्वच्छ नीर’ तय की गई है, जिसके अंतर्गत फिल्टर प्लांट, जल वितरण के स्रोतों, पेय जल के नलों, वाटर वेंडिंग मशीनों, स्टेशनों के वाटर कूलरों तथा ट्रेनों में जल की उपलब्धता सहित सभी प्रकार के जल प्रतिष्ठापन की गहन जाँच की जायेगी। यात्रियों को गुणवत्ता वाले पेयजल उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया जायेगा। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि प्रतीक्षालय, विश्रामालय, प्लेटफॉर्मों ट्रेनों इत्यादि जैसे किसी भी यात्री सेवा क्षेत्र में पानी की आपूर्ति सुचारू रूप से हो। इस दौरान पानी की सफाई एवं जल की गुणवत्ता की भी जाँच की जायेगी।
‘रेल स्वच्छता सप्ताह’ का पाँचवाँ दिन अर्थात 21 सितम्बर, 2016 ‘स्वच्छ परिसर’ की संकल्पना पर मनाया जायेगा, जिसमें रेलवे स्टेशनों के परिसंचरण क्षेत्र की सफाई-सफाई बेहतर करने हेतु अभियान चलाये जायेंगे। यह सुनिश्चित करने का भी कार्य किया जायेगा कि स्टेशन परिसर के परिसंचरण क्षेत्र में आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं एवं यदि कोई अवैध अतिक्रमण हो, तो उसे तुरंत हटाया जायेगा। इस दौरान स्टेशन एवं अन्य यूनिटों के सभी नालों की सफाई भी की जायेगी।
‘रेल स्वच्छता सप्ताह’ के छठे दिन अर्थात 22 सितम्बर, 2016 की संकल्पना ‘स्वच्छ सहयोग’ रखी गई है, जिसके अंतर्गत स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया जायेगा, जिसमें यात्रियों के सम्पर्क में आने वाले सभी क्षेत्रों में गंदगी न फैलाने जैसी सूचनाएँ, नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन एवं दोषियों पर जुर्माने इत्यादि जैसे कार्य किये जायेंगे। इस अभियान में एनजीओ, स्कूलों, स्वयंसेवक समूहों तथा संगठनों को भी शामिल किया जायेगा।
‘रेल स्वच्छता सप्ताह’ का सातवाँ दिन अर्थात 23 सितम्बर, 2016 ‘स्वच्छता संवाद’ की संकल्पना पर मनाया जायेगा, जिसमें पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक तथा सभी मंडलों के मंडल रेल प्रबंधक, रेलवे स्टेशनों की स्वच्छता एवं उनका रख-रखाव, साफ-सफाई के उचित मानदंडों के लिए किये जा रहे प्रयासों एवं इसके लिए अपनाये गये साधनों के विषय पर सेमिनार आयोजित करेंगे। स्टेशन तथा परिसरों को साफ रखने हेतु यात्रियों में मीडिया के सहयोग से जागरूकता पैदा करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जायेगी। स्वच्छता पर यात्रियों से भी संवाद स्थापित किये जायेंगे एवं उनसे इस विषय पर फीडबैक लिया जायेगा। इस दिन स्वच्छता के विषय पर चित्रकारी एवं पोस्टर प्रतियोगिताएँ भी आयोजित की जायेंगी।
‘रेल स्वच्छता सप्ताह’ के आठवें दिन अर्थात 24 सितम्बर, 2016 की संकल्पना ‘स्वच्छता के प्रति समर्पण’ रखी गई है तथा इस दिन सभी रेलकर्मियों एवं उनके परिवारों को आसपास के क्षेत्र को साफ रखने के प्रति जागरूक करने हेतु ‘स्वच्छ रेल स्वच्छ भारत’ स्लोगन के साथ सुबह प्रभात फेरी आयोजित की जायेगी। यात्रियों की जागरूकता हेतु रेलवे स्टेशनों पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन भी किया जायेगा।
इस विशेष स्वच्छता सप्ताह के अंतिम दिन अर्थात 25 सितम्बर, 2016 को स्टेशनों के अचल एवं मोबाइल कैटरिंग इकाइयों, रेस्टोरेंटों, फूड स्टॉलों तथा अन्य खानपान सेवाओं के साथ-साथ ट्रेनों के रसोईयानों में स्वच्छ एवं स्वास्थ्यकर वातावरण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ‘स्वच्छ आहार’ संकल्पना पर बल दिया जायेगा। सभी बेस किचनों तथा अन्य किचनों तथा अन्य किचनों में साफ-सफाई, स्वास्थयकर वतावरण एवं खाने की गुणवत्ता सम्बंधी निरीक्षण किये जायेंगे। कुकों एवं कैटरिंग कर्मचारियों की साफ-सफाई एवं स्वास्थ्यकर स्थिति, उनके लिए संरक्षा उपकरण/कपड़ों के प्रावधान सम्बंधी निरीक्षण भी किये जायेंगे। रसोई के कूड़ों, बचे हुए खानों एवं गंदगी के हस्तानांतरण एवं निस्तारण पर भी विशेष ध्यान केन्द्रित किये जायेंगे।