मुंबई। पश्चिम रेलवे की क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की बैठक 24 जनवरी को पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्र की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इस अवसर पर पश्चिम रेलवे, प्रधान कार्यालय की ई-पत्रिका ‘ई–राजहंस’ के 54वें अंक का विमोचन महाप्रबंधक महोदय के कर-कमलों से किया गया। साथ ही सुप्रसिद्ध साहित्यकार जयशंकर प्रसाद की जयंती भी मनाई गई। उनके जीवन के संक्षिप्त परिचय से सदस्यों को अवगत कराया गया और उनकी एक प्रसिद्ध कविता की संगीतमय प्रस्तुति की गई।
राजभाषा बैठक की अध्यक्षता करते हुए पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री मिश्र ने कहा कि हिंदी भारत के समाज, धर्म, साहित्य और दर्शन को समझने का सशक्त एवं प्रभावी माध्यम है। यह भारत की सभ्यता एवं संस्कृति की संवाहिका है। इसलिए सभी भारतीयों का यह कर्तव्य है कि राजभाषा हिंदी की समृद्धि, व्यापकता और इसे लोकप्रिय बनाने में अपना-अपना योगदान दें। कोई भी भाषा तकनीकी विषयों से जुड़े बिना आगे नहीं बढ़ सकती है इसलिए सरकारी कामकाज में प्रचलित आम बोलचाल के हिंदी शब्दों का प्रयोग किया जाए। ऐसा करने से हिंदी भाषा की स्थिति और सुदृढ़ होगी। इसमें कोई संदेह नहीं है कि जनता की भाषा में सरकारी कामकाज करने से विकास की गति तेज होगी और प्रशासन की कार्य प्रणाली में भी पूर्ण पारदर्शिता आएगी। उन्होंने यह भी कहा कि वरिष्ठ अधिकारी स्वयं हिंदी में कार्य कर अधीनस्थ अधिकारी/कर्मचारी को राजभाषा में कार्य करने हेतु प्रोत्साहित करें।
बैठक के प्रारंभ में पश्चिम रेलवे के मुख्य राजभाषा अधिकारी एस. के. अलबेला ने समिति के अध्यक्ष एवं पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक, सभी विभागों के प्रमुखों, सभी अपर मंडल रेल प्रबंधक, सभी मुख्य कारखाना प्रबंधक और अन्य अधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि हाल ही में मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय, मुंबई सेंट्रल की संसदीय राजभाषा समिति की दूसरी उपसमिति द्वारा किए गए राजभाषा निरीक्षण में माननीय समिति सदस्यों द्वारा कुछ बिन्दुओं की ओर ध्यान आकृष्ट किया गया है जिनमें प्रमुख है- उच्च अधिकारियों द्वारा स्वयं राजभाषा में ज्यादा से ज्यादा कार्य किए जाएं, प्रवीणता प्राप्त अधिकारी/कर्मचारी से शत-प्रतिशत हिंदी में कार्य की अपेक्षा की जाती है। हर वर्ष उच्च अधिकारियों द्वारा अपने अधीनस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों को अपना अत्यधिक कार्य राजभाषा में ही करने हेतु व्यक्तिश: आदेश जारी किए जाएं। इस प्रकार प्रधान कार्यालय सहित सभी मंडलों/कारखानों में इनका पालन सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में अधिकारियों के लिए एक राजभाषा प्रश्न-मंच का आयोजन भी किया गया, जिसमें प्रश्नों के सही उत्तर देने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत किया गया। पश्चिम रेलवे में अक्टूबर से दिसम्बर-2023 के दौरान राजभाषा कार्यान्वयन में हुई प्रगति संबंधी आंकड़े समिति की सदस्य सचिव डॉ. रोशनी खुबचंदानी द्वारा प्रस्तुत किए गए।
पश्चिम रेलवे क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन समिति की इस बैठक में पश्चिम रेलवे के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक शलभ गोयल, प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त पी.सी.सिन्हा, प्रमुख मुख्य इंजीनियर परमेश्वर फुंकवाल, प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ. हफिजुन्निसा रहमान,प्रमुख मुख्य बिजली इंजीनियर रंजन श्रीवास्तव, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) विनीत गुप्ता, प्रमुख मुख्य सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर कैलाश नारायण खैरोतिया, प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सुरभित माथुर, प्रमुख वित्त सलाहकार शालिनी दरबारी, प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी वी. के. गुप्ता, प्रमुख मुख्य परिचालन प्रबंधक विद्याधर अविनाश मालेगांवकर, प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक आलोक शर्मा, मुख्य जनसंपर्क अधिकानरी सुमित ठाकुर, उप महाप्रबंधक (सामान्य) उज्ज्वल देव,सचिव/पश्चिम रेलवे सचिन अशोक शर्मा सहित सभी मंडलों के अपर मंडल रेल प्रबंधक एवं सभी कारखानों के मुख्य कारखाना प्रबंधक आदि अधिकारी उपस्थित थे।