महोदय,
हमारा देश गाँवों का देश है, महात्मा गाँधी के अनुसार भारत की आत्मा गाँवों में बसती है। गाँवों में ही भारत सरकार की वित्तीय समावेशन पहल को पहुँचाने में डाक विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, देश में इस समय 1,55,531 डाकघर कार्यरत हैं जिसमें से 90 प्रतिशत ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत हैं।
मुख्य रूप से गाँवों में संचालित होने के बावजूद डाक विभाग की सभी ऑनलाइन सेवाएँ (https://ebanking.indiapost.gov.in/ , https://ecom.indiapost.gov.in/ व https://www.epostoffice.gov.in/) केवल अंग्रेजी में दी गई हैं, जबकि मेरे गाँव व आसपास के 50 गाँवों में किसी को भी अंग्रेजी का ज्ञान नहीं है इसलिए डाक विभाग की सभी सेवाएँ मध्यप्रदेश शासन की सेवाओं की तरह हिन्दी में होनी चाहिए। हम गाँव वाले अनेक बार शिकायत भी कर चुके हैं पर अधिकारियों ने कभी कोई कार्यवाही नहीं की है। भारत सरकार लोक शिकायत पोर्टल पर भी कई बार शिकायत की गई है, हर बार डाक विभाग के अधिकारी अंग्रेजी में कुछ लिखकर शिकायत को बंद कर देते हैं।
डाक विभाग की वेबसाइट पर हिन्दी में शिकायत करने का विकल्प नहीं दिया गया है इसलिए वहाँ शिकायत कर पाना हमारे लिए असंभव है।
हमारे गाँव में एकमात्र बैंक ग्रामीण बैंक है इसलिए आसपास के 40 गाँवों के लोग बैंक सेवाओं के लिए डाकघर पर ही आश्रित हैं, अब गाँवों में लोग स्मार्ट फोन का प्रयोग कर रहे हैं कंप्यूटर भी चला रहे हैं पर डाक विभाग की नेटबैंकिंग सेवा https://ebanking.indiapost.gov.in/ केवल अंग्रेजी में होने के कारण हम जैसे करोड़ों गाँवों में रहने वाले नागरिक इसका प्रयोग करने से वंचित रखे जा रहे हैं।
हमें अंतिम आशा आप से ही है क्योंकि आपके आदेश को डाक विभाग के उच्च अधिकारी टाल नहीं सकेंगे और नेटबैंकिंग सेवा https://ebanking.indiapost.gov.in/ व अन्य ऑनलाइन सेवाओं https://ecom.indiapost.gov.in/ व https://www.epostoffice.gov.in/ में हिन्दी का विकल्प उपलब्ध करवा देंगे, जब तक आप आदेश नहीं देंगे ये अधिकारी हमारी नहीं सुनेंगें।
आपसे हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया डाक विभाग को समुचित आदेश जारी करें ताकि हमारी परेशानी दूर हो जाए।
अभिषेक कुमार
ग्राम- सुल्तानगंज, तहसील-बेगमगंज
जिला-रायसेन 464570 (मध्य प्रदेश)